पुरोला: आराकोट क्षेत्र में आई आपदा के बाद से काश्तकारों की सेब की फसल बागानों में सड़ने लगी है. क्योंकि आपदा के बाद से कई गांवों के संपर्क मार्ग बंद है. जिसके चलते काश्तकारों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. ऐसे में गुस्साए ग्रामीणों ने आराकोट पुल के पास हिमाचल-उत्तराखंड मार्ग जाम कर दिया.
बता दें कि आराकोट में आई आपदा के बाद से कई गांवों की सड़क नहीं खुल पाई है. ऐसे में ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. बुधवार को गुस्साए ग्रामीणों ने आराकोट पुल के पास हिमाचल-उत्तराखंड मार्ग जाम कर दिया.
ग्रामीणों की मांग है कि गांवों को जोड़ने वाली सड़कों को शीघ्र खोला जाए. साथ ही सरकार सेब का समर्थन मूल्य घोषित करे. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन सरकार तक गलत सूचनाएं पहुंचा रहा है. जबकि, अभीतक कई गांवों के संपर्क मार्ग बंद पड़े हुए हैं.
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सूचना पाकर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. वहीं, आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया. जिसके बाद सड़क मार्ग पर आवाजाही दोबारा शुरू हो गई.
इस मामले में एडीएम श्रीपाल सिंह का कहना है कि जल्द ही गांवों के संपर्क मार्गों को खोल दिया जाएगा. इसके अलावा क्षतिग्रस्त पैदल मार्गों को भी दुरुस्त किया जा रहा है. साथ ही सेब की फसल के समर्थन मूल्य की मांग का प्रस्ताव शासन स्तर पर भेज दिया गया है.