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पुरोला-नौगांव के लिए शुरू हुई 'खुशियों की सवारी', गर्भवती महिलाओं को मिलेगी सुविधा

सीमांत जनपद उत्तरकाशी के दूरस्थ इलाकों पुरोला, नौगांव और मोरी के लोगों को स्वास्थ्य विभाग ने तोहफा दिया है. यहां खुशियों की सवारी शुरू की गई है. ये एंबुलेंस सेवा गर्भवती महिलाओं के लिए है. इस एंबुलेंस से गर्भवती को जांच के लिए घर से अस्पताल ले जाया जाएगा. अस्पताल से घर तक निशुल्क छोड़ा जाएगा.

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खुशियों की सवारी
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Published : Sep 16, 2021, 9:52 AM IST

उत्तरकाशी: जनपद में यमुनाघाटी के पुरोला, नौंगांव, मोरी क्षेत्र में हर वर्ष गर्भवती महिलाओं की मौत के मामले सामने आते हैं. साथ ही कई घटनाएं ऐसी हो जाती हैं कि समय पर एम्बुलेंस सेवा न मिलने पर कई गर्भवती महिलाओं का प्रसव रास्ते में ही हो जाता है. अब गर्भवती महिलाओं और प्रसव के लिए गर्भवती को अस्पताल पहुंचाने और उसके बाद घर तक छोड़ने के लिए नौगांव सहित पुरोला में खुशियों की सवारी सेवा शुरू हो गई है.

स्थानीय लोग इस सेवा का लाभ टोल फ्री नम्बर 102 से ले सकते हैं. साथ ही गर्भवती महिला के लिए यह सेवा 3 माह के गर्भकाल से ही शुरू हो जाएगी. 3 माह से गर्भवती महिला के लिए सभी प्रकार के टेस्ट से लेकर प्रसव तक खुशियों की सवारी घर से अस्पताल और अस्पताल से लेकर घर तक पहुंचाएगी.

जनपद उत्तरकाशी के दूरस्थ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांव और पुरोला में खुशियों की सवारी सेवा शुरू की गई है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला में प्रभारी डॉ. पंकज ने खुशियों की सवारी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उत्तरकाशी जनपद के 108 प्रभारी नरेंद्र बडोनी ने बताया कि खुशियों की सवारी का लाभ उठाने के लिए स्थानीय लोग टोल फ्री नम्बर 102 पर सम्पर्क कर सकते हैं. साथ ही कहा कि इस सेवा का लाभ गर्भवती महिला को 3 माह के गर्भ से ही शुरू कर दी जायेगी. गर्भवती महिला को 3 माह के गर्भ से प्रसव के बाद घर पहुंचाने तक इस सेवा का पूरा निशुल्क लाभ दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: चार माह की गर्भवती ANM ने जिम्मेदारियों से नहीं मोड़ा मुंह, पैदल चलकर लोगों को लगा रहीं टीका

बता दें कि यमुना घाटी के नौगांव, पुरोला और मोरी क्षेत्र में हर वर्ष प्रसव के दौरान एम्बुलेंस आदि की सेवा न मिलने के कारण जच्चा-बच्चा की मौत के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अब खुशियों की सवारी सेवा शुरू होने से कहीं न कहीं गर्भवती महिलाओं को इसका सकारात्मक लाभ मिलेगा और जच्चा-बच्चा की असमय मौत के आंकड़ों में भी कमी आएगी. साथ ही पुरोला और नौगांव के दूरस्थ गांव की गर्भवती महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा.

उत्तरकाशी: जनपद में यमुनाघाटी के पुरोला, नौंगांव, मोरी क्षेत्र में हर वर्ष गर्भवती महिलाओं की मौत के मामले सामने आते हैं. साथ ही कई घटनाएं ऐसी हो जाती हैं कि समय पर एम्बुलेंस सेवा न मिलने पर कई गर्भवती महिलाओं का प्रसव रास्ते में ही हो जाता है. अब गर्भवती महिलाओं और प्रसव के लिए गर्भवती को अस्पताल पहुंचाने और उसके बाद घर तक छोड़ने के लिए नौगांव सहित पुरोला में खुशियों की सवारी सेवा शुरू हो गई है.

स्थानीय लोग इस सेवा का लाभ टोल फ्री नम्बर 102 से ले सकते हैं. साथ ही गर्भवती महिला के लिए यह सेवा 3 माह के गर्भकाल से ही शुरू हो जाएगी. 3 माह से गर्भवती महिला के लिए सभी प्रकार के टेस्ट से लेकर प्रसव तक खुशियों की सवारी घर से अस्पताल और अस्पताल से लेकर घर तक पहुंचाएगी.

जनपद उत्तरकाशी के दूरस्थ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांव और पुरोला में खुशियों की सवारी सेवा शुरू की गई है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला में प्रभारी डॉ. पंकज ने खुशियों की सवारी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उत्तरकाशी जनपद के 108 प्रभारी नरेंद्र बडोनी ने बताया कि खुशियों की सवारी का लाभ उठाने के लिए स्थानीय लोग टोल फ्री नम्बर 102 पर सम्पर्क कर सकते हैं. साथ ही कहा कि इस सेवा का लाभ गर्भवती महिला को 3 माह के गर्भ से ही शुरू कर दी जायेगी. गर्भवती महिला को 3 माह के गर्भ से प्रसव के बाद घर पहुंचाने तक इस सेवा का पूरा निशुल्क लाभ दिया जाएगा.

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बता दें कि यमुना घाटी के नौगांव, पुरोला और मोरी क्षेत्र में हर वर्ष प्रसव के दौरान एम्बुलेंस आदि की सेवा न मिलने के कारण जच्चा-बच्चा की मौत के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अब खुशियों की सवारी सेवा शुरू होने से कहीं न कहीं गर्भवती महिलाओं को इसका सकारात्मक लाभ मिलेगा और जच्चा-बच्चा की असमय मौत के आंकड़ों में भी कमी आएगी. साथ ही पुरोला और नौगांव के दूरस्थ गांव की गर्भवती महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा.

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