ETV Bharat / state

साइकिलिंग के शौकीन युवाओं को दिया प्रशिक्षण, स्वरोजगार में मिलेगी मदद

साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विकास परिषद ने पुरोला में चार दिवसीय साइकिलिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है. जिसमें युवाओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया.

bicycle riding
साइकिल राइडिंग.
author img

By

Published : Feb 2, 2020, 8:25 AM IST

उत्तरकाशी: साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विकास परिषद ने पुरोला में चार दिवसीय साइकिलिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है. जिसमें जिले भर से 22 युवाओं ने प्रतिभाग किया. जिलाधिकारी की पहल पर पुरोला में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए पैराग्लाइडिंग, माउंटेन, बाइकिंग की शुरूवात कर युवाओं को साहसिक खेलों को स्वरोजगार से जोड़ने की पहल शुरू कर दी है. इसका मकसद घाटी में पर्यटन को स्वरोजगार से जोड़ने की पहल माना जा रहा है.

साइकिल राइडिंग.

बता दें कि पर्यटन विकास परिषद के तत्वाधान में युवाओं को रोजगार से जुड़ने के लिए जिलाधिकारी ने पुरोला घाटी में चार दिवसीय साइकिल राइडिंग शुरू करवाई. जिससे युवाओं को साहसिक पर्यटन से जोड़कर घर पर ही स्वरोजगार के माध्यम से युवाओं को रोजगार देना व साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए भविष्य में पैराग्लाइडिंग, माउंटेन बाइकिंग, रॉक क्लाइंबिंग आदि से युवाओं को जोड़ने की पहल पर काम शुरू हो गया है.

यह भी पढ़ें: नैनीताल: बाबा मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस, कुंडल के लिए हत्यारों ने काट दिए थे कान

जिसमें युवाओं ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया. वहीं युवाओं का कहना है कि वे खेलों को स्वरोजगार का साधन बनाएंगे. साथ ही सैलानियों को घाटी की सुंदरता के बारे में बारीकी से जानकारी देंगे, जिससे उनको स्वरोजगार में मदद मिलेगी. युवाओं में साहसिक खेलों को लेकर काफी उत्साह दिख रहा है, जो पर्यटन की गतिविधियों के लिए मददगार साबित होगा.

उत्तरकाशी: साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विकास परिषद ने पुरोला में चार दिवसीय साइकिलिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है. जिसमें जिले भर से 22 युवाओं ने प्रतिभाग किया. जिलाधिकारी की पहल पर पुरोला में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए पैराग्लाइडिंग, माउंटेन, बाइकिंग की शुरूवात कर युवाओं को साहसिक खेलों को स्वरोजगार से जोड़ने की पहल शुरू कर दी है. इसका मकसद घाटी में पर्यटन को स्वरोजगार से जोड़ने की पहल माना जा रहा है.

साइकिल राइडिंग.

बता दें कि पर्यटन विकास परिषद के तत्वाधान में युवाओं को रोजगार से जुड़ने के लिए जिलाधिकारी ने पुरोला घाटी में चार दिवसीय साइकिल राइडिंग शुरू करवाई. जिससे युवाओं को साहसिक पर्यटन से जोड़कर घर पर ही स्वरोजगार के माध्यम से युवाओं को रोजगार देना व साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए भविष्य में पैराग्लाइडिंग, माउंटेन बाइकिंग, रॉक क्लाइंबिंग आदि से युवाओं को जोड़ने की पहल पर काम शुरू हो गया है.

यह भी पढ़ें: नैनीताल: बाबा मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस, कुंडल के लिए हत्यारों ने काट दिए थे कान

जिसमें युवाओं ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया. वहीं युवाओं का कहना है कि वे खेलों को स्वरोजगार का साधन बनाएंगे. साथ ही सैलानियों को घाटी की सुंदरता के बारे में बारीकी से जानकारी देंगे, जिससे उनको स्वरोजगार में मदद मिलेगी. युवाओं में साहसिक खेलों को लेकर काफी उत्साह दिख रहा है, जो पर्यटन की गतिविधियों के लिए मददगार साबित होगा.

Intro:स्थान-पुरोला
एंकर- साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विकास परिषद ने पुरोला में चार दिवसीय साइकिलिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जिसमें जिले भर से 22 युवाओं ने प्रतिभाग किया जिलाधिकारी की पहल पर पुरोला में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए पैराग्लाइडिंग , माउंटेन बाइकिंग की शुरुवात कर युवाओं को साहसिक खेलों को स्वरोजगार से जोड़ने की पहल शुरू कर दी है इसका मकसद घाटी में पर्यटन को स्वरोजगार से जोड़ने की पहल माना जा रहा है।


Body:वीओ- पर्यटन विकास परिषद के तत्वाधान में युवाओं को रोजगार से जुड़ने के लिए जिलाधिकारी ने पुरोला घाटी में चार दिवसीय साइकिल राइडिंग शुरू करवाकर युवाओं को साहसिक पर्यटन से जोड़कर घर पर ही स्वरोजगार के माध्यम से युवाओं को रोजगार देना व साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए भविष्य में पैराग्लाइडिंग, माउंटेन बाइकिंग ,रॉक क्लाइंबिंग आदि से युवाओं को जोड़ने की पहल पर काम शुरू हो गया है जिसमें युवा भी बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं वहीं युवाओं का मानना है किस आशिक खेलों को वह अपनी दिनचर्या बनाकर स्वरोजगार का साधन बनाएंगे साथ ही बाहर से आए हुए लोगों को घाटी की सुंदरता के बारे में बारीकी से जानकारी भी दे देंगे जिससे उनके स्वरोजगार की दरवाजे खुलेंगे
बाईट-तनु साइकिल( राइडिंग प्रशिक्षु )
बाईट- रिपुल वर्मा( प्रशिक्षक)
बाईट- प्रवीण रांगड़( आयोजक)


Conclusion:वीओ- साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए जिलाधिकारी की पहल क्या रंग दिखाती है यह तो आने वाला भविष्य ही बताएगा, लेकिन युवाओं में साहसिक खेलों को लेकर जो जोश दिख रहा है उससे साफ जाहिर होता है कि युवा भी साहसिक खेलों को रोजगार बनाने के लिए बेताब है जिससे आने वाले समय में घाटी की सुंदर वादियों में पर्यटकों की चहल कदमी और बढ़ जाएगी जिससे स्थानीय लोगों का रोजगार बढ़ता चला जाएगा ।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.