उत्तरकाशी: जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर मनेरी डैम के पास भागीरथी नदी में बीती देर रात 25 मजदूर टापू में फंस गए. बताया जा रहा है कि नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण वैकल्पिक मार्ग बह गया. इस कारण मजदूर टापू के दूसरी ओर फंस गए. देर रात करीब 12:00 बजे एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और तीन लोगों को टापू से रेस्क्यू कर बाहर निकाला. शेष 22 लोगों को आज दोपहर तक चली कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया गया.
एसबीआई एप पोस्ट उजेली के मुख्य आरक्षी महिपाल सिंह के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम बीती रात सूचना पाकर तत्काल मौके पर पहुंची. मनेरी डैम में भागीरथी नदी पर टापू में फंसे मजदूरों ने बताया कि वह मनेरी में मजदूरी करते हैं और यहीं डैम के पास रहते हैं. एसडीआरएफ की टीम ने रस्सी की सहायता से रिवर क्रॉसिंग पुल बनाकर रात में ही 3 लोगों को टापू से रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला. टापू पर फंसे 22 अन्य लोगों को एक-एक करके टापू से बाहर निकालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. पूरे 12 घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया. टापू पर फंसे 22 अन्य मजदूरों को भी सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है.
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गुरुवार रात्रि को भारी बारिश के चलते अचानक भागीरथी नदी का जलस्तर बढ़ गया. इससे राजकीय इण्टर कॉलेज मनेरी में नदी के बीच टापू पर 25 मजदूर फंस गये थे. इसकी सूचना प्राप्त होते ही क्षेत्राधिकारी उत्तरकाशी अनुज कुमार, मनेरी पुलिस एवं एसडीआरएफ की टीम तत्काल मौके के लिए रवाना हुई. मौके पर भागीरथी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया था. इससे 25 मजदूर नदी के बीच टापू पर ही फंस हुये थे. क्षेत्राधिकारी उत्तरकाशी के नेतृत्व में मनेरी पुलिस व एसडीआरएफ की संयुक्त टीम द्वारा रात्रि के अंधेरे में कठिन परिस्थितियों में रेस्क्यू करते हुये 3 मजदूरों को रेस्क्यू किया. शेष 22 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए 12 घंटे तक रेस्क्यू अभियान चला. सफल रेस्क्यू के लिए मजदूरों ने पुलिस प्रशासन का धन्यवाद किया.