काशीपुर: दिल्ली की सीमाओं पर चले रहे किसान आंदोलन को दो महीने पूरे हो गए हैं. किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. इसकी कड़ी में अल्मोड़ा जिले के सल्ट विधानसभा का एक युवा किसान हाथ में तिरंगा लेकर दिल्ली के लिए पैदल ही चल पड़ा है. युवा किसान ने पैदल ही दिल्ली जाने का फैसला किया है.
बता दें कि अल्मोड़ा जिले के सल्ट विधानसभा क्षेत्र के गांव शशिखाल निवासी पीतांबर दत्त किसान हैं. रविवार दोपहर लगभग 12 बजे वह रामनगर से चलकर काशीपुर पहुंचे. यहां पीतांबर ने बताया कि बीते दिनों दिल्ली के गाजीपुर बार्डर पर 75 किसान आंदोलन के दौरान शहीद हो गए. इस बात से वह बहुत व्याकुल हैं. इसके बाद उन्होंने किसानों के समर्थन में कुछ करने का मन बनाया है. उन्होंने किसान आंदोलन के समर्थन को और प्रभावशाली बनाने के लिए पैदल यात्रा करने की ठानी है.
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पितांबर का कहना है कि उनकी इस पैदल यात्रा से शायद किसानों के आंदोलन को ताकत मिलेगी. अल्मोड़ा के सल्ट विधानसभा क्षेत्र के बारे में पीतांबर कहते हैं कि क्षेत्र में लगभग 94 फीसद जमीनें बंजर हो चुकी हैं. गोवंशीय पशुओं को बेसहारा छोड़ दिया गया है. उन्होंने बताया कि रास्ते में मिलने वाले किसान उनका हौसला बढ़ा रहे हैं. रास्ते में रामनगर स्थित पीरुमदारा में आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शिशुपाल सिंह रावत ने शॉल ओढ़ाकर उनका सम्मान किया है. रास्ते में एक किसान ने उन्हें खाना खिलाकर हौसला बढ़ाया है.