ETV Bharat / state

खटीमा: आधी-अधूरी तैयारियों के साथ खुले गेहूं क्रय केंद्र, मजदूरों की कमी से किसानों को हो रही दिक्कत - wheat purchasing centers in khatima

राज्य सरकार की आधी-अधूरी तैयारियों के साथ खोले गए गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों के गेहूं का तोल नहीं हो पा रहा है. केंद्र खुलने के पांच दिन बाद भी कुल 42 कुंतल 50 किलो गेहूं की ही खरीद हो पाई है.

khatima
khatima
author img

By

Published : Apr 19, 2020, 7:40 PM IST

Updated : Apr 19, 2020, 9:13 PM IST

खटीमा: उधम सिंह नगर के सीमान्त खटीमा में भले ही खाद्य विभाग द्वारा 15 अप्रैल से गेहूं तोल केंद्र खोल दिये गए हैं. लेकिन लेबर की कमी की वजह से तोल के सुचारू न हो पाने के कारण किसानों की गेहूं खरीद अभी तक नाम मात्र ही हो पाई है. केंद्र खुलने के पांच दिन बाद भी कुल 42 कुंतल 50 किलो गेहूं की ही खरीद हो पाई है.

आधी-अधूरी तैयारियों के साथ खुले गेहूं क्रय केंद्र.

खटीमा मंडी में खुले खाद्य विभाग के गेहूं तोल केंद में सरकार का समर्थन मूल्य 1925 रुपये प्रति कुंतल है. जबकि सरकार की ओर से किसान को 20 रुपये प्रति कुंतल का बोनस दिया जा रहा है. ऐसे में किसान को प्रति कुंतल 1945 रुपये प्रति कुंतल मिलना तय हुआ है.

पढ़े: प्रदेश में कोरोना के 80 फीसदी मामले देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल जिले से, रेड जोन घोषित

वरिष्ठ विपणन अधिकारी चंद्रशेखर आर्य के अनुसार, खाद्य आपूर्ति विभाग के अलावा खटीमा में को-ऑपरेटिव व यूसीएफ केंद्रों के माध्यम से गेहूं खरीद तोल केंद्रों के माध्यम से शुरू हो चुकी है. किसान अपने गेंहू की फसल इन तोल केंद्रों पर लाकर बेच सकते हैं.

खटीमा: उधम सिंह नगर के सीमान्त खटीमा में भले ही खाद्य विभाग द्वारा 15 अप्रैल से गेहूं तोल केंद्र खोल दिये गए हैं. लेकिन लेबर की कमी की वजह से तोल के सुचारू न हो पाने के कारण किसानों की गेहूं खरीद अभी तक नाम मात्र ही हो पाई है. केंद्र खुलने के पांच दिन बाद भी कुल 42 कुंतल 50 किलो गेहूं की ही खरीद हो पाई है.

आधी-अधूरी तैयारियों के साथ खुले गेहूं क्रय केंद्र.

खटीमा मंडी में खुले खाद्य विभाग के गेहूं तोल केंद में सरकार का समर्थन मूल्य 1925 रुपये प्रति कुंतल है. जबकि सरकार की ओर से किसान को 20 रुपये प्रति कुंतल का बोनस दिया जा रहा है. ऐसे में किसान को प्रति कुंतल 1945 रुपये प्रति कुंतल मिलना तय हुआ है.

पढ़े: प्रदेश में कोरोना के 80 फीसदी मामले देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल जिले से, रेड जोन घोषित

वरिष्ठ विपणन अधिकारी चंद्रशेखर आर्य के अनुसार, खाद्य आपूर्ति विभाग के अलावा खटीमा में को-ऑपरेटिव व यूसीएफ केंद्रों के माध्यम से गेहूं खरीद तोल केंद्रों के माध्यम से शुरू हो चुकी है. किसान अपने गेंहू की फसल इन तोल केंद्रों पर लाकर बेच सकते हैं.

Last Updated : Apr 19, 2020, 9:13 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.