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चैती मेला: मध्यरात्रि में धूमधाम से निकाली जाएगी मां भगवती की शोभायात्रा

भगवती मां बाल सुंदरी का शोभायात्रा आज मध्यरात्रि में धूमधाम से निकाली जाएगी.

मां बाल सुंदरी
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Published : Apr 12, 2019, 6:50 PM IST

काशीपुरः उत्तर भारत के ऐतिहासिक मेलों में शुमार चैती मेले में मां बाल सुंदरी देवी का डोली शुक्रवार की मध्यरात्रि को चैती मंदिर के लिए रवाना होगी. आज दोपहर में मां की स्वर्ण निर्मित प्रतिमा को मोहल्ला पक्का कोट स्थित नगर मंदिर में दर्शनों के लिए रखा गया है. जहां भगवती मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है.

मां बाल सुंदरी देवी की डोली मध्यरात्रि में धूमधाम से निकलेगी.

बता दें कि भगवती मां बाल सुंदरी का शोभायात्रा आज मध्यरात्रि में धूमधाम से निकाली जाएगी. वहीं, मां भगवती बाल सुंदरी को शाम तक पंडा मनोज अग्निहोत्री के आवास पर सार्वजनिक दर्शनों के लिए रखा गया है.

यह भी पढ़ेंः पुलिसकर्मी ने ड्राइवर को मारा थप्पड़, गुस्साए वाहन चालकों ने जाम किया रुद्रप्रयाग-केदारनाथ हाईवे

जिसके बाद रात्रि 12.00 बजे प्रमुख पंडा कृष्ण गोपाल अग्निहोत्री की देखरेख में यहां विधि-विधान के साथ हवन पूजन कार्यक्रम होगा. इसके बाद मध्य रात्रि करीब 2.30 बजे देवी प्रतिमा को डोली में बैठकर जुलूस के साथ चैती मंदिर के लिए रवाना होंगी. जहां देवी मां बाल सुंदरी सुबह 4.00 बजे आरती स्वीकार करेंगी.


सहायक पंडा मनोज अग्निहोत्री ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि मां बाल सुंदरी देवी की यह अकेली प्रतिमा है, जो कि बाल रूप में है. मां के चेहरे के दर्शन करने पर एक अबोध बालिका जैसा भोलापन और तेज विराजमान है.

साथ ही मां के सिर पर मुकुट है जो कि महालक्ष्मी का प्रतीक है तथा दाएं हाथ में कमल है जो मां सरस्वती का प्रतीक है तथा बाएं हाथ में प्याला है, जो महाकाली का प्रतीक है.

उन्होंने बताया कि मां बाल सुंदरी देवी कि इस प्रतिमा में मां के तीनों रूप विद्यमान हैं. मां की डोली सप्तमी एवं अष्टमी की मध्य रात्रि नगर मंदिर से शहर से होते हुए चैती मंदिर पहुंचेगी. जहां कल सुबह से मां के भवन में भक्त उनके दर्शन कर सकते हैं. इसके बाद मां का डोली चतुर्दशी तिथि के दिन वैदिक मंत्रोच्चार के बाद वापस नगर मंदिर में पहुंचेगी.

काशीपुरः उत्तर भारत के ऐतिहासिक मेलों में शुमार चैती मेले में मां बाल सुंदरी देवी का डोली शुक्रवार की मध्यरात्रि को चैती मंदिर के लिए रवाना होगी. आज दोपहर में मां की स्वर्ण निर्मित प्रतिमा को मोहल्ला पक्का कोट स्थित नगर मंदिर में दर्शनों के लिए रखा गया है. जहां भगवती मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है.

मां बाल सुंदरी देवी की डोली मध्यरात्रि में धूमधाम से निकलेगी.

बता दें कि भगवती मां बाल सुंदरी का शोभायात्रा आज मध्यरात्रि में धूमधाम से निकाली जाएगी. वहीं, मां भगवती बाल सुंदरी को शाम तक पंडा मनोज अग्निहोत्री के आवास पर सार्वजनिक दर्शनों के लिए रखा गया है.

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जिसके बाद रात्रि 12.00 बजे प्रमुख पंडा कृष्ण गोपाल अग्निहोत्री की देखरेख में यहां विधि-विधान के साथ हवन पूजन कार्यक्रम होगा. इसके बाद मध्य रात्रि करीब 2.30 बजे देवी प्रतिमा को डोली में बैठकर जुलूस के साथ चैती मंदिर के लिए रवाना होंगी. जहां देवी मां बाल सुंदरी सुबह 4.00 बजे आरती स्वीकार करेंगी.


सहायक पंडा मनोज अग्निहोत्री ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि मां बाल सुंदरी देवी की यह अकेली प्रतिमा है, जो कि बाल रूप में है. मां के चेहरे के दर्शन करने पर एक अबोध बालिका जैसा भोलापन और तेज विराजमान है.

साथ ही मां के सिर पर मुकुट है जो कि महालक्ष्मी का प्रतीक है तथा दाएं हाथ में कमल है जो मां सरस्वती का प्रतीक है तथा बाएं हाथ में प्याला है, जो महाकाली का प्रतीक है.

उन्होंने बताया कि मां बाल सुंदरी देवी कि इस प्रतिमा में मां के तीनों रूप विद्यमान हैं. मां की डोली सप्तमी एवं अष्टमी की मध्य रात्रि नगर मंदिर से शहर से होते हुए चैती मंदिर पहुंचेगी. जहां कल सुबह से मां के भवन में भक्त उनके दर्शन कर सकते हैं. इसके बाद मां का डोली चतुर्दशी तिथि के दिन वैदिक मंत्रोच्चार के बाद वापस नगर मंदिर में पहुंचेगी.

Intro:भगवती मां बाल सुंदरी का डोला आज मध्यरात्रि में चैती मंदिर के लिए शोभायात्रा के साथ रवाना होगा। आज दोपहर 2:00 बजे भगवती बाल सुंदरी को पंडा मनोज अग्निहोत्री के आवास पर सार्वजनिक दर्शनों के लिए फूलों एवं पारंपरिक वस्त्रों में सजा कर रख दिया गया है। आज रात्रि 12:00 बजे पंडा वंश गोपाल प्रमुख पंडा कृष्ण गोपाल अग्निहोत्री की देखरेख में विधि विधान के साथ हवन पूजन होगा इसके बाद मध्य रात्रि 2:30 से 3:00 बजे के लगभग सहायक पंडा मनोज अग्निहोत्री देवी प्रतिमा को गोद में बैठाकर डोली में बैठकर जुलूस के साथ चैती मंदिर के लिए रवाना होंगे जहां देवी मां बाल सुंदरी सुबह 4:00 बजे आरती स्वीकार करेंगी।


Body:वीओ- उत्तर भारत के ऐतिहासिक मेलों में शुमार चैती मेले में मां बाल सुंदरी देवी का डोला आज मध्यरात्रि मोहल्ला पक्का कोट स्थित नगर मंदिर से चैती मंदिर के लिए रवाना होगा। दोपहर 2:00 बजे से मां की स्वर्ण निर्मित प्रतिमा को पंडा मनोज अग्निहोत्री के आवास पर दर्शनों के लिए रख दिया गया है जहां श्रद्धालु मां के दर्शन करने तथा मां को प्रसाद चढ़ाने के लिए पहुंचने शुरू हो गए हैं।
वीओ- इस मौके पर सहायक पंडा मनोज अग्निहोत्री ने मां के स्वरूप के बारे में मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि मां बाल सुंदरी देवी की यह अकेली प्रतिमा है जो कि बाल रूप में है मां के चेहरे के दर्शन करने पर एक अबोध बालिका जैसा भोलापन और तेज विराजमान है साथ ही मां के सिर पर मुकुट है जो कि महालक्ष्मी का प्रतीक है तथा दाएं हाथ में कमल है जो कि मां सरस्वती का प्रतीक है तथा बाएं हाथ में प्याला है जो महाकाली का प्रतीक है। इसलिए मां बाल सुंदरी देवी कि इस प्रतिमा में मां के तीनो रूप विद्यमान हैं। उन्होंने बताया कि मां सप्तमी एवं अष्टमी की मध्य रात्रि नगर मंदिर से शहर से होते हुए चैती मंदिर पहुंचेगा। जहां कल सुबह से मां के भवन में भक्तों की हजारों की संख्या में भीड़ मां के दर्शन करने तथा प्रसाद चढ़ाने के लिए उमड़ पड़ेगी। इसके बाद मां का डोला चतुर्दशी तिथि के दिन पूर्व वैदिक मंत्रोच्चार के बाद मां का डोला वापस नगर मंदिर पहुंचेगा।
बाइट- पंडा मनोज अग्निहोत्री, सहायक पंडा


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