काशीपुरः कुंडा थाना क्षेत्र के भरतपुर गांव में फायरिंग से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है. जिसमें गोली चलने की आवाज सुनाई दे रही है. साथ ही एक महिला ये कहती भी सुनाई दे रही कि 'दीदी को गोली मार दी' है. इसके अलावा यूपी पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच नोकझोंक भी हो रही है. जबकि, काशीपुर पुलिस के जवान यूपी पुलिस के जवानों को अपनी गाड़ी में बैठाकर भी ले जा रहे हैं.
बता दें कि 12 अक्टूबर की देर शाम उत्तर प्रदेश की ठाकुरद्वारा पुलिस सादी वर्दी में 50 हजार रुपए के इनामी खनन माफिया जफर को पकड़ने के लिए कुंडा थाना क्षेत्र के भरतपुर गांव गई थी. पुलिस की कार्रवाई के दौरान फायरिंग (Kashipur UP Police Firing) में जसपुर ब्लॉक के ज्येष्ठ प्रमुख की पत्नी गुरप्रीत कौर की गोली लगने से मौत (Gurpreet Kaur died in Firing) हो गई. इसके अलावा यूपी पुलिस और एसओजी की टीम के 6 कर्मचारी घायल हो गए. अब फायरिंग से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है. जिसमें फार्म हाउस में परिवार के लोग किसी का विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं.
वहीं, वीडियो में अफरा तफरी भी मची हुई है और इसी बीच अचानक गोली की आवाज सुनाई देती है. जिसके बाद एक महिला की आवाज आती है कि इन लोगों ने 'दीदी को गोली मार दी'. इसके अलावा वीडियो (Kashipur firing video) में फार्म हाउस में मौजूद लोग, ये कहते हुए भी दिखाई दे रहे हैं कि अचानक किसी के घर में घुस आओगे और बिना कुछ बताए उनके कमरों में चले जाओगे. सादे कपड़ों में हो, किसी को क्या मालूम कि पुलिस है या कोई बदमाश.
इसके अलावा वीडियो में उत्तराखंड पुलिस के जवान मुरादाबाद के एसओजी और पुलिसकर्मियों को घायल अवस्था में भीड़ से बचाकर अपनी गाड़ी में बैठाकर वहां से निकाल रही है. वहीं, परिवार के लोग पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं कि सादे कपड़ों में लोग घर में हथियारों से लैस होकर घर में आए, उससे उन लोगों को ये लगा कि बदमाश घर में घुस आए हैं. वहीं, उत्तराखंड पुलिस को भी मुरादाबाद पुलिस ने इस दबिश की कोई सूचना नहीं दी थी. मामले में दोनों तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है. उधर, मुरादाबाद पुलिस खनन माफिया जफर की तलाश में इधर उधर हाथ पैर मार रही है.
इस कारण उत्तराखंड में घुसी यूपी पुलिस: बीते 13 सितंबर को एसडीएम और खनन अधिकारी को बंधक बनाने के मामले में पुलिस खनन सिंडिकेट माफिया के खिलाफ अभियान चला रही है. पुलिस प्रशासन को सीधे चुनौती को मुरादाबाद पुलिस ने नाक का सवाल बना लिया. इस मामले में मोहम्मद तैयब की गिरफ्तारी के बाद उसके दोनों भाई जफर और नबी फरार चल रहे थे.
पुलिस टीम को इनपुट मिला कि खनन कारोबार से जुड़े क्षेत्र कुंडा में एक सफेदपोश नेता के घर में बदमाश जफर (Mining Mafia Zafar) छिपा है. पुलिस टीम ने बुधवार की शाम जफर की गिरफ्तारी के लिए ही दबिश दी थी, लेकिन इस दौरान खनन माफिया और यूपी के गैंगस्टर जफर के समर्थन में कई लोग आ गए. दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ के बाद गोलीबारी हो गई.