देहरादून/काशीपुर: प्रदेश में कोरोना महामारी फैलने की वजह से लॉकडाउन है, जिसके चलते अभी तक लोग मृतकों का अंतिम संस्कार तो कर रहे थे, लेकिन उनके तर्पण के लिए इंतजार करना पड़ रहा था. वहीं, देहरादून में राज्य सरकार की अनुमति के बाद लोग श्मशान घाट से अपनों की अस्थियां लेने पहुंचे. उधर, काशीपुर के श्मसान घाटों से लोग अस्थियां लेकर उनका विसर्जन करने के लिए हरिद्वार का रुख कर रहे हैं.
प्रदेश की राजधानी देहरादून के श्मसान घाटों पर अभी तक लोगों ने लॉकरों में मृतकों की अस्थियां विसर्जन के लिए रखवा दी थी, जिसके कारण 18 से ज्यादा अस्थि कलश रखे हुए थे, जिससे लॉकर फुल हो गए थे. लेकिन सरकार द्वारा अस्थि विसर्जन पर लगी रोक हटने के बाद लोगो ने आज से श्मशान घाटों पर पहुंचकर रखे अस्थि कलश को ले जाकर उसे गंगा के घाटों पर प्रवाहित किया. वहीं, लक्खीबाग श्मशान घाट के पंडित आर्यभान का कहना है, कि कई लोग ऐसे हैं, जो हरिद्वार, प्रयागराज सहित अन्य गंगा घाटों पर करना चाहते हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण उन्हें अनुमति नहीं मिल रही थी. लेकिन अब सरकार से अनुमति मिलने के बाद लोग अस्थि विसर्जन के लिए मृतकों के अस्थि कलश ले जा सकेंगे.
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अगर बात करें काशीपुर की, यहां भी सभी श्मसान घाटों के लॉकरों में करीब तीन दर्जन से अधिक अस्थि कलश विसर्जन के लिए रखे थे, जिसकी खबरें लगातार मीडिया में दिखाई जा रही थीं. वहीं, अब त्रिवेंद्र सरकार ने लॉकर में रखे इन अस्थियों के विसर्जन की अनुमति दे दी है. इसके बाद आज काशीपुर श्मशान घाट से करीब आधा दर्जन मृतकों की अस्थियां उनके परिजन ले गए हैं. वहीं, काशीपुर श्मशान घाट समिति के प्रबंधक विकास शर्मा ने अस्थि विसर्जन की अनुमति मिलने के बाद प्रदेश सरकार का आभार जताया है. इसके बाद उन्होंने लोगों से अपील की है, कि वह अपनी मृतकों की अस्थियां आकर ले जाएं.