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भारत-नेपाल ने किया काली नदी पर संवाद, जल संरक्षण सहित कई मुद्दों पर हुई चर्चा

उत्तराखंड और नेपाल के बीच बहने वाली काली नदी में वाटर स्पोर्ट्स, नदी को स्वच्छ रखने के साथ जल संरक्षण के मुद्दों पर आपसी विचार-विमर्श किया गया. इसके लिए महाकाली संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

mahakali dialogue program
महाकाली संवाद कार्यक्रम.
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Published : Feb 4, 2020, 1:55 PM IST

खटीमा: उत्तराखंड की सीमा से लगे नेपाल के कंचनपुर जिले के महेंद्र नगर में महाकाली संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में दोनों देशों के जनप्रतिनिधि, व्यापारी और विभिन्न सीमांत संस्थाओं ने प्रतिभाग किया. महाकाली संवाद कार्यक्रम के माध्यम से दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए जहां चिंतन हुआ. वहीं, भारत और नेपाल के बीच सीमांकन करने वाली काली नदी को स्वस्थ रखने, वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने, जल संरक्षण पर दोनों देशों के प्रतिनिधियों के मध्य आपसी संवाद हुआ.

महाकाली संवाद कार्यक्रम.

भारत में गंगा नदी को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए जहां भारत सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं को संचालित किया जा रहा है. वहीं, भारत के पड़ोसी देश नेपाल में भी दोनों देशों के बीच बहने वाली महाकाली नदी की स्वछता निर्मलता बनाये रखने के साथ जल संरक्षण को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. उत्तराखंड की सीमा से लगे कंचनपुर जिले के महेन्द्रनगर नेपाल में आयोजित महाकाली संवाद कार्यक्रम में नेपाल पर्यटन मंत्री, विधायक, मेयर सहित विभिन संगठनों के लोग शामिल हुए. वहीं, भारत की ओर से भी इस कार्यक्रम में कांग्रेस महामंत्री भुवन कापड़ी, खटीमा के ब्लॉक प्रमुख रंजीत नामधारी सहित विभिन्न सीमांत संगठनों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया.

ये भी पढ़ें: हरिद्वार: लूट का खुलासा, पीड़ित ने पुलिस टीम को दिया 21 हजार रुपये का इनाम

वहीं, नेपाल की पर्यटन मंत्री माया भट्ट, स्थानीय विधायक प्रकाश रावल और महेन्द्रनगर के मेयर सुरेंद्र बिष्ट दोनों देशों के सीमांत प्रतिनिधियों के बीच हुए महाकाली संवाद कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताया. साथ ही दोनों देशों के सीमांत विकास को आगे बढ़ाने को आपसी संवाद कर आगे बढ़ने की बात कही गई. साथ ही वक्ताओं ने काली नदी से लगी भारत-नेपाल सीमा पर प्रस्तावित सूखा बंदरगाह को दोनों देशों के लिए व्यापारिक रूप से अहम बताया है.

खटीमा: उत्तराखंड की सीमा से लगे नेपाल के कंचनपुर जिले के महेंद्र नगर में महाकाली संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में दोनों देशों के जनप्रतिनिधि, व्यापारी और विभिन्न सीमांत संस्थाओं ने प्रतिभाग किया. महाकाली संवाद कार्यक्रम के माध्यम से दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए जहां चिंतन हुआ. वहीं, भारत और नेपाल के बीच सीमांकन करने वाली काली नदी को स्वस्थ रखने, वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने, जल संरक्षण पर दोनों देशों के प्रतिनिधियों के मध्य आपसी संवाद हुआ.

महाकाली संवाद कार्यक्रम.

भारत में गंगा नदी को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए जहां भारत सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं को संचालित किया जा रहा है. वहीं, भारत के पड़ोसी देश नेपाल में भी दोनों देशों के बीच बहने वाली महाकाली नदी की स्वछता निर्मलता बनाये रखने के साथ जल संरक्षण को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. उत्तराखंड की सीमा से लगे कंचनपुर जिले के महेन्द्रनगर नेपाल में आयोजित महाकाली संवाद कार्यक्रम में नेपाल पर्यटन मंत्री, विधायक, मेयर सहित विभिन संगठनों के लोग शामिल हुए. वहीं, भारत की ओर से भी इस कार्यक्रम में कांग्रेस महामंत्री भुवन कापड़ी, खटीमा के ब्लॉक प्रमुख रंजीत नामधारी सहित विभिन्न सीमांत संगठनों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया.

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वहीं, नेपाल की पर्यटन मंत्री माया भट्ट, स्थानीय विधायक प्रकाश रावल और महेन्द्रनगर के मेयर सुरेंद्र बिष्ट दोनों देशों के सीमांत प्रतिनिधियों के बीच हुए महाकाली संवाद कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताया. साथ ही दोनों देशों के सीमांत विकास को आगे बढ़ाने को आपसी संवाद कर आगे बढ़ने की बात कही गई. साथ ही वक्ताओं ने काली नदी से लगी भारत-नेपाल सीमा पर प्रस्तावित सूखा बंदरगाह को दोनों देशों के लिए व्यापारिक रूप से अहम बताया है.

Intro:Summary- दोनों देशों के बीच बहने वाली मां काली नदी में वाटर स्पोर्ट्स,नदी को स्वच्छ रखने के साथ जल संरक्षण के मुद्दे पर आपसी विचार-विमर्श के लिए महाकाली संवाद कार्यक्रम का किया गया आयोजन।

एंकर- उत्तराखण्ड की सीमा से लगे नेपाल के कंचनपुर जिले के महेंद्र नगर में महाकाली संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें दोनों देशों के जनप्रतिनिधि, व्यापारी व विभिन्न सीमान्त संस्थाओं ने प्रतिभाग किया। महाकाली संवाद कार्यक्रम के माध्यम से दोनों देशों के सांस्कृतिक व रोटी बेटी के संबंधो पर प्रगाढ़ बनाने को लेकर जंहा चिंतन हुआ। वही भारत व नेपाल के बीच सीमांकन का काम कर रही महाकाली नदी को स्वस्थ रखने ,वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने सही जल संरक्षण पर दोनों देशों के प्रतिनिधियों के मध्य आपसी संवाद हुआ....

Body:वीओ 1- भारत में गंगा नदी को स्वच्छ व निर्मल बनाने के लिए जंहा भारत सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं को संचालित किया जा रहा है। वही भारत के पड़ोसी देश नेपाल में भी हम दोनों देशों के मध्य बहने वाली महाकाली नदी की स्वछता निर्मलता बनाये रखने के साथ जल संरक्षण को लेकर महाकाली संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उत्तराखण्ड की सीमा से लगे कंचनपुर जिले के महेन्द्रनगर नेपाल में आयोजित महाकाली संवाद कार्यक्रम में नेपाल पर्यटन मंत्री,विधायक,मेयर सहित विभिन संगठनों के लोग शामिल हुए वही भारत की ओर से भी इस कार्यक्रम में कांग्रेस महामंत्री,भुवन कापड़ी,खटीमा के ब्लॉक प्रमुख रंजीत नामधारी सहित विभिन्न सीमान्त संगठनों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।महाकाली संवाद कार्यक्रम में जंहा महाकाली नदी की निर्मलता व स्वच्छता बनाये रखने के साथ जल संरक्षण पर चर्चा हुई।इसके साथ ही दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण महाकाली नदी पर वाटर स्पोर्ट्स को विकसित करने की भी बात हुई।वही इस कार्यक्रम में दोनों देशों के प्रतिनिधियों के मध्य सीमान्त समस्याओं पर भी चर्चा हुई।महाकाली संवाद कार्यक्रम में नेपाल पहुँचे कांग्रेस प्रदेश महामंत्री भुवन कापड़ी ने जंहा महाकाली संवाद को महत्वपूर्ण बताता वही महाकाली नदी में वॉटर स्पोर्ट्स को दोनों देशों द्वारा विकसित करने से रोजगार के अवसर पैदा होने की बात कही।साथ ही महाकाली नदी से लगी भारत नेपाल सीमा पर प्रस्तावित सूखा बंदरगाह को दोनों देशों के लिए व्यापारिक लिहाज से महत्वपूर्ण बताया।वही नेपाल की पर्यटन मंत्री माया भट्ट,स्थानीय विधायक प्रकाश रावल व महेन्द्रनगर के मेयर सुरेंद्र बिष्ट दोनों देशों के सीमान्त प्रतिनिधियों के बीच हुए महाकाली संवाद कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताया। साथ ही दोनों देशों के सीमान्त विकास को आगे बढ़ाने को आपसी संवाद कर आगे बढ़ने की बात कही।

बाइट 1- भुवन कापड़ी, प्रदेश महामंत्री ,कांग्रेस उत्तराखण्ड।

बाइट 2- माया भट्ट, पर्यटन मंत्री, सुदूर पश्चिम प्रदेश नेपाल।

बाइट 3- सुरेंद्र बिष्ट, मेयर,महेन्द्रनगर महानगर पालिका।
Conclusion:
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