खटीमा: उत्तराखंड की सीमा से लगे नेपाल के कंचनपुर जिले के महेंद्र नगर में महाकाली संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में दोनों देशों के जनप्रतिनिधि, व्यापारी और विभिन्न सीमांत संस्थाओं ने प्रतिभाग किया. महाकाली संवाद कार्यक्रम के माध्यम से दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए जहां चिंतन हुआ. वहीं, भारत और नेपाल के बीच सीमांकन करने वाली काली नदी को स्वस्थ रखने, वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने, जल संरक्षण पर दोनों देशों के प्रतिनिधियों के मध्य आपसी संवाद हुआ.
भारत में गंगा नदी को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए जहां भारत सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं को संचालित किया जा रहा है. वहीं, भारत के पड़ोसी देश नेपाल में भी दोनों देशों के बीच बहने वाली महाकाली नदी की स्वछता निर्मलता बनाये रखने के साथ जल संरक्षण को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. उत्तराखंड की सीमा से लगे कंचनपुर जिले के महेन्द्रनगर नेपाल में आयोजित महाकाली संवाद कार्यक्रम में नेपाल पर्यटन मंत्री, विधायक, मेयर सहित विभिन संगठनों के लोग शामिल हुए. वहीं, भारत की ओर से भी इस कार्यक्रम में कांग्रेस महामंत्री भुवन कापड़ी, खटीमा के ब्लॉक प्रमुख रंजीत नामधारी सहित विभिन्न सीमांत संगठनों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया.
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वहीं, नेपाल की पर्यटन मंत्री माया भट्ट, स्थानीय विधायक प्रकाश रावल और महेन्द्रनगर के मेयर सुरेंद्र बिष्ट दोनों देशों के सीमांत प्रतिनिधियों के बीच हुए महाकाली संवाद कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताया. साथ ही दोनों देशों के सीमांत विकास को आगे बढ़ाने को आपसी संवाद कर आगे बढ़ने की बात कही गई. साथ ही वक्ताओं ने काली नदी से लगी भारत-नेपाल सीमा पर प्रस्तावित सूखा बंदरगाह को दोनों देशों के लिए व्यापारिक रूप से अहम बताया है.