रुद्रपुर: पिता की डांट और मार से बचने के लिए दो बच्चों ने घर छोड़ दिया. दूसरे दिन थाना पुलिस द्वारा उन्हें रुद्रपुर रेलवे स्टेशन से सकुशल ढूंढकर परिजनों के सुपुर्द किया गया.
पिता द्वारा डांटने के डर से दो बालकों ने घर छोड़ने का फैसला कर दिया. काफी ढूंढ खोज के बाद भी जब बच्चों का सुराग नहीं लगा तो परिजनों ने थाने में इसकी जानकारी दी. बाद में ट्रांजिट कैम्प पुलिस द्वारा दूसरे दिन सीसीटीवी कैमरों की मदद से बच्चों को रुद्रपुर रेलवे स्टेशन से ढूंढकर परिजनों के सुपुर्द किया गया.
19 मई की रात्रि में गायब हुए दो बालकों को थाना ट्रांजिट कैंप पुलिस द्वारा 20 मई की रात्रि में सकुशल ढूंढकर उनकी काउंसलिंग कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया. बालकों के मिलने पर परिजनों की जान में जान आयी. पुलिस के मुताबिक शिवनगर निवासी दीपिका ने 20 मई को थाने में पहुंच कर बताया कि उसका 12 वर्षीय पुत्र विशाल और पड़ोस में रहने वाला विंदमेक कर देर सायं से बिना बताये घर से कहीं चले गए हैं. रात भर काफी ढूंढ खोज करने पर भी दोनों का कोई भी सुराग नहीं लग पाया.
शिकायत पर थाना पुलिस द्वारा आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो दोनों बालक घर से भागते हुए दिखाई दिए. सीसीटीवी कैमरों की मदद से दोनों बच्चों की तलाश की गई तो वह रुद्रपुर रेलवे स्टेशन में खड़े हुए मिले. बच्चों से जानकारी ली तो पता चला कि वह दोपहर कहीं नहाने गए हुए थे. देर सायं जब वह घर लौटे तो दोस्तों ने बताया कि उनके पिता उन्हें पीटने वाले हैं. इस डर से वह घर छोड़ कर भाग गए. पहली रात उन्होंने ट्रांज़िट कैम्प के एक रेस्टोरेंट के पास गुजारी. इसके बाद वह बस अड्डे होते हुए रुद्रपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे. जहां पर पुलिस ने उन्हें सकुशल ढूंढा और थाने ले आयी. देर रात दोनों बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया.
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एसओ विनोद फर्त्याल ने बताया कि दो बच्चे पिता की मार पड़ने के डर से घर छोड़ कर चले गए थे. दोनों ही बच्चों को रुद्रपुर रेलवे स्टेशन से सकुशल ढूंढ कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया है.