काशीपुर: डॉक्टरों की कमी को देखते हुए अब जल्द ही प्रदेश के ट्रामा सेंटरों का विलय अस्पताल में कर दिया जाएगा. जिसके बाद अस्पतालों के डॉक्टर ही ट्रामा सेंटर को देखेंगे. यह जानकारी स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. आरके पांडे ने दी.
प्रदेश में भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर कई जगह ट्रामा सेंटर की स्थापना की गई. लेकिन डॉक्टरों के अभाव में ये ट्रामा सेंटर मात्र शोपीस बनकर रह गये हैं. हालात यह है कि प्रदेश में स्वीकृत पदों के अनुपात में उपलब्ध डॉक्टरों की संख्या बेहद कम है. ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के ट्रामा सेंटरों को अस्पतालों में शामिल करने का निर्णय लिया है.
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स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. आरके पांडे ने काशीपुर के ट्रामा सेंटर में डॉक्टरों की कमी के सवाल पर कहा कि वर्तमान में प्रदेश के 13 जिलों में 11 ट्रामा सेंटर हैं. लेकिन डॉक्टरों की कमी के चलते हर ट्रामा सेंटर पर डॉक्टरों की नियुक्ति संभव नहीं है. जिसके चलते यह निर्णय लिया गया है कि अब ट्रामा सेंटरों को अस्पतालों में मर्ज कर दिया जाएगा. जिसके बाद अस्पताल के डॉक्टर ही ट्रामा सेंटर की जिम्मेदारी संभालेंगे.