काशीपुर: जिले की पुलिस लगातार अपराधों पर लगाम की कोशिशों में लगी हुई है. साथ ही जिले में नशीले पदार्थों के सेवन और अन्य गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए लगातार अभियान चलाये जा रहे हैं. इसी कड़ी में आज काशीपुर पुलिस ने शहर में अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर 128 पाउच अवैध कच्ची शराब के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया. वहीं, काशीपुर कोतवाली में एक महिला ने तहरीर देकर एक व्यक्ति पर लोन दिलाने के नाम पर 70 हजार रुपये हड़पने का आरोप लगाया है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है.
128 पाउच अवैध कच्ची शराब बरामद
बता दें ज़िले के पुलिस कप्तान दिलीप सिंह कुंवर के निर्देश पर पुलिस द्वारा नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें आज काशीपुर पुलिस ने शहर में अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की. जिसमें 128 पाउच अवैध कच्ची शराब के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. वहीं, एक व्यक्ति पुलिस को देख कर फरार हो गया.
ये भी पढ़ें: अलविदा 2020: जानें इस वर्ष उत्तराखंड की क्या रही उपलब्धियां ?
पुलिस के मुताबिक, कटोराताल पुलिस चौकी में तैनात कांस्टेबल राजवीर सिंह ने मानपुर तिराहा के पास से इस्लाम नगर, नानकमत्ता निवासी संदीप पुत्र करनैल सिंह को 43 पाउच कच्ची शराब के साथ गिरफ्तार किया है. जबकि टांडा उज्जैन पुलिस चौकी में तैनात कांस्टेबल लक्ष्मण सिंह ने आकांक्षा गार्डन रोड से ढकिया गुलाबो निवासी दौलत राम पुत्र रामस्वरूप को 22 पाऊच शराब के साथ गिरफ्तार किया.
ये भी पढ़ें: कोरोना: हरिद्वार महाकुंभ के स्वरूप पर संशय, अंतिम चरण में तैयारियां
उधर, कुंडेश्वरी पुलिस चौकी क्षेत्र के लमहादेव नगर से यहीं के निवासी रामवीर सिंह पुत्र अतर सिंह को 33 पाउच कच्ची शराब समेत पकड़ा गया, जबकि मनीष कुमार पुत्र रामवीर के पास से 30 पाउच बरामद हुए. हालांकि वह मौके से फरार हो गय.
ये भी पढ़ें: कोरोना तय करेगा महाकुंभ-2021 का स्वरूप, जानिए क्यों?
लोन के नाम पर हड़पने 70 हजार रुपए
वहीं, दूसरी ओर आज काशीपुर कोतवाली में एक महिला ने तहरीर देकर एक व्यक्ति पर लोन दिलाने के नाम पर 70 हजार रुपये हड़पने का आरोप लगाया है. मदर कालोनी महेशपुरा निवासी हसीना बेगम ने बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाले अबरार हुसैन नाम के युवक का उसके घर आना जाना लगा रहता था. अबरार ने उसे बताया कि वह लोन दिलाने की काम करता है. वह बैंक से मकान पर 5 लाख का लोन करवा देगा. जिससे तुम्हारी लड़कियों की शादी हो जायेगी.
ये भी पढ़ें: कुंभ, कोरोना और 'हिफाजत', उत्तराखंड पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
अबरार ने बताया कि इसमें करीब एक लाख रूपये का खर्चा आयेगा. जिसमें पहले पचास हजार रूपए देने होंगे. साथ ही बताया कि स्थाई प्रमाण पत्र पर वह बैंक से दो लाख का लोन करवा देगा. स्थाई प्रमाण पत्र पर जो लोन मिलेगा वह घर बनाने के लिये मिलेगा. उसकी बातो में आकर पीड़िता ने अपने घर की रजिस्ट्री व अन्य कागजात और पचास हजार रूपए अबरार को दे दिये.
ये भी पढे़ं : मजदूरों का 100 करोड़ दबाए बैठा वित्त विभाग, कैमरे के सामने छलका श्रम मंत्री का दर्द
15 अगस्त 2020 को 20,000 रूपये पीड़िता ने अपने रिश्तेदारो से उधार रूपए लेकर अबरार को दे दिये. तब से अब तक न किसी तरह का लोन नहीं हुआ है.
ये भी पढ़ें : कर्मकार कल्याण बोर्ड कार्यालय को खाली करने का नोटिस, लाखों रुपए का बकाया
पीड़िता और उसके पति ने कई बार मोहल्ले के लोगो की पंचायत भी की. जहां अबरार गाली-गलौज करता है. 31 दिसंबर रात 8 बजे अबरार और शाकिर पीड़िता के घर में घुस आये. जिसके बाद उन्होंने गालियां देते हुये उनके साथ अभद्रता की. साथ ही उन्होंने पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी दी. वहीं,अब पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच में जुट गई है.