खटीमा: केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन को बिछाने के लिये सड़कों को खोदा जा चुका है. सड़कों पर हुई ये खुदाई आम जनता के लिए परेशानी का सबब बन रही है. पानी की पाइप लाइनें बिछ जाने के बाद भी सड़कों को ठीक नहीं किया गया है. नगर पालिका और पीडब्ल्यूडी दोनों ही विभाग सड़कों की मरम्मत के लिए पैसा न होने की बात कह रहे हैं. पाइप लाइनों की लीकेज टेस्टिंग नहीं होने के कारण सड़कों की मरम्मत का काम अधर में लटका है. टूटी सड़कों के कारण आम जनता को ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
अभी तक शुरू नहीं हुआ सड़क की मरम्मत का कार्य: विश्व बैंक के सहयोग से केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना के तहत 'हर घर नल हर घर जल' पहुंचाने के लिए खटीमा विकासखंड में 115 किलोमीटर से अधिक गलियां और सड़कें खोदी जा चुकी हैं. सड़कें खोदने के बाद जल निगम और जल संस्थान ने पानी की जो पाइप लाइनें बिछाई. उसे भी काफी समय हो चुका है, लेकिन, सड़कों की मरम्मत का काम अभी तक शुरू नहीं किया गया है. वहीं बरसात का सीजन भी जल्द शुरू होने वाला है. जगह-जगह सड़कें खुदी होने के कारण आम जनता को आवागमन के साथ ही अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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लीकेज टेस्टिंग के बाद होगा काम शुरू: वहीं सड़कों की मरम्मत में हो रही देरी को लेकर जल संस्थान के अधिकारी सामने आने से बच रहे हैं . पीडब्ल्यूडी खटीमा सबडिवीजन के एसडीओ एमसी पलडिया का कहना है कि केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन के तहत खटीमा क्षेत्र में सड़कें खोदकर पानी की पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया गया था. सड़कों की मरम्मत के लिए जल निगम द्वारा जहां पीडब्ल्यूडी को लगभग तीन करोड रुपए दिए गए हैं, वहीं नगरपालिका खटीमा को एक करोड साठ लाख रुपए दिए गए हैं. क्योंकि जल संस्थान द्वारा अभी तक बिछाई गई पानी की पाइप लाइनों की लीकेज टेस्टिंग नहीं की गई है. जिस कारण हमारे द्वारा अभी सड़क की मरम्मत नहीं हो पाई है. जैसे ही जल निगम के द्वारा पाइप लाइनों की लीकेज टेस्टिंग कर ली जाएगी हमारे द्वारा सड़क की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.