काशीपुरः उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर सहित अलग-अलग स्थानों पर बैंक चैक में फर्जीवाड़ा कर रकम लेने के मामले में वांछित चल रहे चौथे आरोपी को पकड़ लिया गया है. पुलिस ने इस आरोपी को उत्तर प्रदेश से उसके घर से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. इस मामले में पुलिस दो आरोपियों को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जबकि एक आरोपी ने न्यायालय से स्टे लिया हुआ है.
बता दें कि बीते वर्ष 4 मई 2019 को माता मंदिर रोड पर स्थित कुर्मांचल बैंक लि. में नगर की फर्म रॉकी टैन्ट हाउस का डेढ़ लाख का चैक आरटीजीएस हेतु बैंक में प्रस्तुत किया गया था. इसी दौरान बैंक में मौजूद एक व्यक्ति ने कैशियर व बैंक अधिकारियों की निगाहों से बचाकर चेक पर हाथ साफ कर दिया. कुछ देर बाद उक्त व्यक्ति ने गलत तरीके से चेक में छेड़खानी कर नाम परिवर्तन कर दिया और कैश काउंटर पर जाकर चैक का नगद भुगतान लेने लगा.
कैशियर को शक होने पर उसने इसकी जानकारी बैंक के अन्य कर्मियों को दी, जिस पर उन्होंने उक्त व्यक्ति को दबोच कर पुलिस के सुपुर्द किया था. पकड़े गए व्यक्ति की पहचान जयधर निवासी पीलीभीत के रूप में हुई थी. पकड़े गये व्यक्ति से पूछताछ के दौरान किसी बड़े गैंग से उक्त व्यक्ति के संबंध होने की संभावना के चलते पुलिस इसकी कड़ी छानबीन में लगी थी. बाद में इस मामले में काशीपुर के कुर्मांचल नगर सहकारी बैंक के सहायक क्लर्क दीपक सिंह नेगी, सेंट्रल बैंक ऑफ इण्डिया के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक घनश्याम फत्र्याल, काशीपुर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक बाजपुर रोड शाखा प्रबंधक द्वारा भी अपने बैंकों से उक्त गिरोह द्वारा फर्जी चैक द्वारा रकम निकाले जाने की बात कहते हुए पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया था.
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जांच के दौरान पुलिस इस मामले में उत्तर प्रदेश के जिला पीलीभीत थाना बरखेड़ा के नारायण ठेर निवासी राजकुमार पुत्र नौखे लाल को 4 मई 2019, यहीं के थाना बिलसंडा के मलिका निवासी पवन पुत्र प्रेमचन्द्र को 21 नवम्बर 2019 को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
जबकि, जांच के दौरान प्रकाश में आये पीलीभीत के ही एकता नगर कालोनी निवास लाडी पुत्र जय सिंह ने कोर्ट से स्टे प्राप्त कर लिया. फरार चल रहे अन्य आरोपी पीलीभीत के थाना गजरौला के आमखेड़ा निवासी रणवीर सिंह पुत्र रामचरण को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर उसके घर पर दबिश देकर गिरफ्तार किया. उसके खिलाफ मामला दर्जकर न्यायालय में पेश किया, जहां से न्यायालय के आदेश पर उसे भी न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.