काशीपुरः पुरानी पेंशन बहाली को लेकर उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले दर्जनों शिक्षकों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान शिक्षकों ने उपजिलाधिकारी कार्यालय पर नारेबाजी कर नई पेंशन योजना का जमकर विरोध किया. साथ ही प्रदर्शकारियों ने इस योजना को एक धोखा करार दिया है.
प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना कर्मचारियों के बुढ़ापे का एकमात्र सहारा थी. जिसे सरकार ने छीन लिया है. केंद्र सरकार के द्वारा जारी नवीन पेंशन योजना में कर्मचारी का पैसा शेयर बाजार में लगा दिया जाता है. इसमें जोखिम ज्यादा और पेंशन नाममात्र की है. जिसके तहत कर्मचारी को 60 फीसदी राशि का भुगतान कर शेष 40 फीसदी शेयर बाजार में लगा दिया जाता है.
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वहीं, उन्होंने छठे वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करते हुए सातवें वेतन आयोग की अनुशंसाओं में संशोधन करने की मांग की. साथ ही कहा कि बीते एक जनवरी 2016 से सारे देश में प्राथमिक शिक्षकों के लिए एकसमान रूप से लागू किया जाना चाहिए. इसके अलावा शिक्षक पात्रता परीक्षा शिक्षकों के व्यवसायिक प्रशिक्षण लेने से पूर्व आयोजित किया जाना चाहिए.
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उधर, उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ब्लॉक काशीपुर के तत्वावधान में उपस्थित शिक्षकों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र को एक मांग पत्र भी भेजा. यह मांग पत्र उन्होंने उपजिलाधिकारी की अनुपस्थिति में उनके पेशकार को सौंपा.