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पुरानी पेंशन बहाली सहित कई मांगों को लेकर धरने पर बैठे शिक्षक, अनशन की दी चेतावनी - उत्तराखंड न्यूज

उत्तराखंड राज्य शिक्षक संघ के बैनर तले सीमांत विकासखंड खटीमा के शिक्षकों ने बीआरसी कार्यालय परिसर में पुरानी पेंशन बहाली सहित अन्य मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया.

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पुरानी पेंशन बहाली सहित कई मांगों को लेकर धरने पर बैठे शिक्षक.
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Published : Nov 26, 2019, 8:27 PM IST

खटीमा: बीआरसी परिसर में राजकीय शिक्षक संघ के शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया. इस धरना प्रदर्शन में शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग और देश के सभी प्राथमिक शिक्षकों का वेतन एक समान करने की मांग की है. साथ ही मांग पूरी न होने पर संसद के सामने क्रमिक अनशन करने की चेतावनी दी है.

आंदोलित शिक्षकों ने बताया कि साल 2006 से वो उत्तराखंड राज्य शिक्षक संघ के बैनर तले पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने को लेकर आंदोलनरत हैं. इस मामले को लेकर पूर्व में अखिल भारतीय शिक्षक संघ के साथ देश के अनेकों राज्यों के शिक्षकों ने दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना प्रदर्शन किया है. इसके बावजूद सरकार की नींद अभी तक नहीं टूटी है.

पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर धरने पर बैठे शिक्षक.

ये भी पढ़ें: कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों का दीदार करेंगे स्वीडन के राजा-रानी

राज्य सरकार के उदासीन रवैए को देखते हुए राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने एक बार फिर से पूरे प्रदेश भर में ब्लॉक स्तर पर 23 से 30 नवंबर तक आंदोलन शुरू कर दिया है. वहीं, उनकी प्रमुख मांगों में पुरानी पेंशन योजना तत्काल बहाल करने की मांग है. छठे वेतन आयोग में संशोधन का 1 जनवरी 2016 से सारे देश में प्राथमिक शिक्षकों में समान रूप से लागू किया जाए. देश के सभी राज्यों में अनुबंधित शिक्षकों को समायोजित कर समान वेतन दिया जाए. साथ ही शिक्षक पात्रता परीक्षा शिक्षकों के व्यवसायिक प्रशिक्षण लेने से पूर्व आयोजित की जाए. अगर उनकी इन सभी मांगों पर केंद्र और राज्य सरकार गौर नहीं करती है तो राष्ट्रीय स्तर पर संसद के सामने भी क्रमिक अनशन किया जाएगा.

खटीमा: बीआरसी परिसर में राजकीय शिक्षक संघ के शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया. इस धरना प्रदर्शन में शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग और देश के सभी प्राथमिक शिक्षकों का वेतन एक समान करने की मांग की है. साथ ही मांग पूरी न होने पर संसद के सामने क्रमिक अनशन करने की चेतावनी दी है.

आंदोलित शिक्षकों ने बताया कि साल 2006 से वो उत्तराखंड राज्य शिक्षक संघ के बैनर तले पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने को लेकर आंदोलनरत हैं. इस मामले को लेकर पूर्व में अखिल भारतीय शिक्षक संघ के साथ देश के अनेकों राज्यों के शिक्षकों ने दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना प्रदर्शन किया है. इसके बावजूद सरकार की नींद अभी तक नहीं टूटी है.

पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर धरने पर बैठे शिक्षक.

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राज्य सरकार के उदासीन रवैए को देखते हुए राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने एक बार फिर से पूरे प्रदेश भर में ब्लॉक स्तर पर 23 से 30 नवंबर तक आंदोलन शुरू कर दिया है. वहीं, उनकी प्रमुख मांगों में पुरानी पेंशन योजना तत्काल बहाल करने की मांग है. छठे वेतन आयोग में संशोधन का 1 जनवरी 2016 से सारे देश में प्राथमिक शिक्षकों में समान रूप से लागू किया जाए. देश के सभी राज्यों में अनुबंधित शिक्षकों को समायोजित कर समान वेतन दिया जाए. साथ ही शिक्षक पात्रता परीक्षा शिक्षकों के व्यवसायिक प्रशिक्षण लेने से पूर्व आयोजित की जाए. अगर उनकी इन सभी मांगों पर केंद्र और राज्य सरकार गौर नहीं करती है तो राष्ट्रीय स्तर पर संसद के सामने भी क्रमिक अनशन किया जाएगा.

Intro:summary- पुरानी पेंशन बहाली सहित विभिन्न मांगों को लेकर राजकीय शिक्षक संघ के बैनर तले खटीमा ब्लॉक के बीआरसी परिसर में शिक्षकों ने एक दिवसीय धरना दिया।

नोट- खबर एफटीपी में - shikshko ka pradarshan - नाम के फोल्डर में है-

एंकर- खटीमा बीआरसी परिसर में राजकीय शिक्षक संघ के शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली मांग व पूरे देश में प्राथमिक शिक्षकों में समान रूप से वेतन देने की मांग व अन्य मांगों एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया।


Body:वीओ- उत्तराखंड राज्य शिक्षक संघ के बैनर तले सीमांत विकासखंड खटीमा के शिक्षकों ने खटीमा स्थित बीआरसी कार्यालय परिसर में पुरानी पेंशन बहाली सहित अन्य मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। वही आंदोलित शिक्षकों ने बताया कि साल 2006 से वह उत्तराखंड राज्य शिक्षक संघ के बैनर तले पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने को लेकर आंदोलनरत हैं। इस मामले को लेकर पूर्व में अखिल भारतीय शिक्षक संघ के साथ देश के अनेकों राज्यों के शिक्षकों द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर में धरना प्रदर्शन किया जा चुका है। लेकिन इसके बावजूद सरकारों की नींद अभी तक नहीं टूटी है। इसलिए राज्य सरकार के उदासीन रवैए को देखते हुए राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने एक बार फिर से पूरे प्रदेश भर मैं ब्लॉक स्तर पर 23 से 30 नवंबर तक आंदोलन शुरू कर दिया है। इसके बाद जिला स्तर पर 14 से 21 दिसंबर 22 फरवरी 21 से 27 फरवरी 2020 तक आंदोलन किए जाने की योजना बनाई गई है। वहीं उनकी प्रमुख मांगों में पुरानी पेंशन योजना तत्काल बहाल करने की जाए। छठे वेतन आयोग में संशोधन का 1 जनवरी 2016 से सारे देश में प्राथमिक शिक्षकों में समान रूप से लागू किया जाए। देश के सभी राज्यों मैं अनुबंधित शिक्षकों को समायोजित कर समान वेतन दिया जाए । राष्ट्रीय शिक्षा नीति में विरोधी प्रावधानों को हटा प्राथमिक शिक्षा को और मजबूत किया जाए। साथ ही शिक्षक पात्रता परीक्षा शिक्षकों के व्यावसायिक प्रशिक्षण लेने से पूर्व आयोजित की जाए। यदि उनकी इन सभी मांगों पर केंद्र और राज्य सरकार गौर नहीं करती है तो राष्ट्रीय स्तर पर संसद के सामने भी क्रमिक अनशन किया जाएगा। लेकिन अपनी मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा मांगे पूरी ना होने तक आंदोलन को अनवरत जारी रखा जाएगा

बाइट- दीपक फर्त्याल नेता राजकीय शिक्षक संघ खटीमा


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