ETV Bharat / state

तराई बीज निगम कर्मचारियों को पांच महीने से नहीं मिला वेतन

पिछले कुछ सालों से पंतनगर में तराई बीज को लेकर 260 कर्मचारियों के आगे रोजी-रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है.हालत ये है कि उन्हें अब रोजी-रोटी और घर का खर्च की चिंता भी सताने लगी है. कर्मचारियों का कहना है कि उत्तराखंड बनने के बाद से तराई बीज निगम की हालत बत से बदतर होती जा रही है.

author img

By

Published : Aug 16, 2019, 9:03 PM IST

तराई बीज निगम कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन

उधम सिंह नगरः पिछले कुछ सालों से पंतनगर में तराई बीज को लेकर 260 कर्मचारियों के आगे रोजी-रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है. कर्मचारियों को पिछले पांच माह से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. इससे पूर्व उन्हें जो भी भुगतान किया गया वो भी टुकड़ों-टुकड़ों में हुआ था. ऐसे में अब कर्मचारियों को परिवार के भरण-पोषण की चिंता सता रही है.

बता दें कि घाटे में चल रहे तराई बीज निगम का खामियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है. जिसके चलते कर्मचारियों के सामने अर्थिक संकट खड़ा हो गया है. हालत ये है कि उन्हें अब रोजी-रोटी और घर का खर्च की चिंता भी सताने लगी है. कर्मचारियों का कहना है कि उत्तराखंड बनने के बाद से तराई बीज निगम की हालत बत से बदतर होती जा रही है.

तराई बीज निगम

पढ़ेः यूपी निर्माण निगम पर लटकी स्पेशल ऑडिट की तलवार, खुल सकते हैं कई राज

कर्मचारियों का कहना है कि पिछले पांच माह से कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. ऐसे हालात में पैसा ना होने के चलते कर्मचारियों को परिवार के भरण-पोषण का डर सता रहा है. उनका आरोप है कि सरकार निगम की ओर ध्यान नहीं दे रहा है. निगम को सरकार के सहारे की जरुरत है. निगम में कुल 260 कर्मचारी कार्यरत है.

बता दें कि उत्तराखंड राज्य बनने से पहले टीडीसी एशिया का सबसे बड़ा बीज निगम था. आज टीडीसी के दिन खराब चल रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि कि सरकार टीडीसी को उभारने में मदद करें तो फिर से टीडीसी एक बार फिर उसी ऊंचाईयों पर पहुंच सकता है.

उधम सिंह नगरः पिछले कुछ सालों से पंतनगर में तराई बीज को लेकर 260 कर्मचारियों के आगे रोजी-रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है. कर्मचारियों को पिछले पांच माह से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. इससे पूर्व उन्हें जो भी भुगतान किया गया वो भी टुकड़ों-टुकड़ों में हुआ था. ऐसे में अब कर्मचारियों को परिवार के भरण-पोषण की चिंता सता रही है.

बता दें कि घाटे में चल रहे तराई बीज निगम का खामियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है. जिसके चलते कर्मचारियों के सामने अर्थिक संकट खड़ा हो गया है. हालत ये है कि उन्हें अब रोजी-रोटी और घर का खर्च की चिंता भी सताने लगी है. कर्मचारियों का कहना है कि उत्तराखंड बनने के बाद से तराई बीज निगम की हालत बत से बदतर होती जा रही है.

तराई बीज निगम

पढ़ेः यूपी निर्माण निगम पर लटकी स्पेशल ऑडिट की तलवार, खुल सकते हैं कई राज

कर्मचारियों का कहना है कि पिछले पांच माह से कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. ऐसे हालात में पैसा ना होने के चलते कर्मचारियों को परिवार के भरण-पोषण का डर सता रहा है. उनका आरोप है कि सरकार निगम की ओर ध्यान नहीं दे रहा है. निगम को सरकार के सहारे की जरुरत है. निगम में कुल 260 कर्मचारी कार्यरत है.

बता दें कि उत्तराखंड राज्य बनने से पहले टीडीसी एशिया का सबसे बड़ा बीज निगम था. आज टीडीसी के दिन खराब चल रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि कि सरकार टीडीसी को उभारने में मदद करें तो फिर से टीडीसी एक बार फिर उसी ऊंचाईयों पर पहुंच सकता है.

Intro:summry - पंतनगर स्थित तराई बीज निगम के 260 कर्मचारियों के आगे रोजी रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है कर्मचारियों को पिछले 5 माह से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है पूर्व में भी जो भुगतान किया गया था वह भी टुकड़ों टुकड़ों में दिया गया जिससे आप उन्हें घर का खर्चा चलाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एंकर - पिछले कई सालों से तराई बीज निगम अपनी बदहाली में आँसू बहाने के मजबूर है। अब आलम ये है कि कर्मचारियो के समक्ष रोज़ी रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है। 260 कर्मचारियो को पिछले पाँच माह से वेतन ही नही दिया गया है। वेतन ना मिलने से कर्मचारियो के आगे घर चलाने से लेकर बच्चो की पढ़ाई का डर सताने लगा है।


Body:वीओ - घाटे में चल रही तराई बीज निगम के कर्मचारियो के सामने रोजी रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है। आलम ये है कि टीडीसी के कर्मचारियो को पिछले पाँच माह वेतन ही नही मिला है। अब कर्मचारियो को घर का खर्चा भी सताने लगा है। कर्मचारियो की माने तो उत्तराखंड बनने के बाद तराई बीज निगम की हालत बत से बत्तर होती जा रही है। कभी देश के कौन कौन में बीजो की सप्लाई कर अपने नाम का डंका बजा चूका तराई बीज निगम अंतिम सासे ले रहा है। कर्मचारियो का कहना है कि पिछले पाँच माह से उन्हें वेतन का भुगतान नही हुआ है। आलम ये है कि पैसा ना होने के चलते कर्मचारी ना ही अपने बच्चो को पढा पा रहे है और ना ही घर का खर्चा चला पा रहे है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार निगम की ओर ध्यान नही दे रहा है। उन्होंने कहा कि आज तराई बीज निगम को सरकार के सहारे की जरूरत है। निगम में 260 कर्मचारी कार्यरत है। जिन्हें पिछले पाँच माह का भुगतान नही किया गया है। पूर्व में भी जो भुगतान किया गया था वह भी टुकड़ो में दिया गया। अब राशन के दुकानदार भी उधार का राशन नही दे रहे है। वही कर्मचारियो ने कहा कि तराई बीज निगम लम्बे समय से घाटे में चल रहा है। उत्तराखंड बनने से पहले टीडीसी एशिया का सबसे बड़ा बीज निगम था आज टीडीसी के दिन बेहतर नही चल रहे उन्होंने कहा कि सरकार टीडीसी को उभारने में मदद करे तो फिर से टीडीसी एक बार फिर उसी ऊँचाई में खड़ी होगी। बाइट - गोविंद राम टमटा, कर्मचारी। बाइट - ज्वाला प्रशाद मिश्रा, कर्मचारी टीडीसी।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.