ETV Bharat / state

कांग्रेस के प्रदर्शन के बीच शुरू हुआ गन्ना पेराई सत्र, बकाया भुगतान की मांग

पूरे विधिविधान के साथ गन्ने के पेराई सत्र का शुभारम्भ हुआ. इस बीच कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शन कर जल्द बकाया भुगतान की मांग की.

गन्ने के पेराई सत्र का शुभारम्भ.
author img

By

Published : Nov 25, 2019, 12:29 PM IST

Updated : Nov 25, 2019, 12:55 PM IST

रुद्रपुर: रविवार को पूरे विधिविधान के साथ गन्ने के पेराई सत्र का शुभारम्भ हो गया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मिल परिसर में पहुंचकर अपना विरोध जताया. कांग्रेस नेताओं ने सरकार को किसान विरोधी बताते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सांकेतिक प्रदर्शन किया.

शुरू हुआ गन्ना पेराई सत्र.

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि चीनी मिल किसानों का 9 करोड़ का बकाया भुगतान नहीं कर पाई है. साथ ही मिल को एक माह की देरी से शुरू किया गया है, जिस कारण किसानों को गेंहू की फसल बोने में दिक्कतें आ रहीं हैं. गौरतलब है कि किच्छा चीनी मिल में उधम सिंह नगर व नैनीताल के किसान अपनी गन्ने की फसल को किच्छा चीनी मिल में पिराई के लिए लेकर पहुंचते है.

यह भी पढ़ें-दून में जल्द बनेगा जाट अतिथि भवन, सीएम त्रिवेंद्र ने किया शिलान्यास

वहीं शुभारम्भ में पहुंचे किच्छा विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि पूर्व में चीनी मिल में 135 करोड़ का गन्ना किसानों से खरीदा गया था. जिसमें 126 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि चीनी मिलों को घाटे से उभारने के लिए सरकार द्वारा 100 करोड़ रुपये का अनुदान देने का फैसला लिया गया है ताकि किसानों को उनका भुगतान किया जा सके.

यह भी पढ़ें-खुशखबरी: जल्द बढ़ेगा होमगार्ड का न्यूनतम मानदेय, शासन स्तर से कवायद तेज

किच्छा विधायक ने पूर्व की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व की सरकार द्वारा चीनी मिलों को घाटे से उभारने के बजाए चीनी मिलों को लोन के रूप में पैसा दिया गया था, जिसके ब्याज को उतारने के लिए चीनी मिल और घाटे में चली गईं. जिस कारण कई चीनी मिलों को बंद करना पड़ा था.

यह भी पढ़ें-कांग्रेस ने मंत्री मदन कौशिक पर लगाये गंभीर आरोप, कहा- निजी स्वार्थ के लिए किया धन का दुरुपयोग

सत्र का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला, विधायक नवीन दुम्का एवं ईडी रुचि मोहन रेयाल ने किया. अधिशासी निदेशक चीनी मिल रुचि मोहन रेयाल ने शुभारंभ के अवसर पर पहुंचे क्षेत्र के समस्त किसानों, काश्तकारों, चीनी मिल के कर्मचारियों को पेराई सत्र के शुभारंभ की बधाई दी. रुचि मोहन रेयाल ने कहा कि आपसी तालमेल बनाकर चीनी मिल को फायदा पहुंचाना ही हम सभी का उद्देश्य है.

रुद्रपुर: रविवार को पूरे विधिविधान के साथ गन्ने के पेराई सत्र का शुभारम्भ हो गया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मिल परिसर में पहुंचकर अपना विरोध जताया. कांग्रेस नेताओं ने सरकार को किसान विरोधी बताते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सांकेतिक प्रदर्शन किया.

शुरू हुआ गन्ना पेराई सत्र.

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि चीनी मिल किसानों का 9 करोड़ का बकाया भुगतान नहीं कर पाई है. साथ ही मिल को एक माह की देरी से शुरू किया गया है, जिस कारण किसानों को गेंहू की फसल बोने में दिक्कतें आ रहीं हैं. गौरतलब है कि किच्छा चीनी मिल में उधम सिंह नगर व नैनीताल के किसान अपनी गन्ने की फसल को किच्छा चीनी मिल में पिराई के लिए लेकर पहुंचते है.

यह भी पढ़ें-दून में जल्द बनेगा जाट अतिथि भवन, सीएम त्रिवेंद्र ने किया शिलान्यास

वहीं शुभारम्भ में पहुंचे किच्छा विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि पूर्व में चीनी मिल में 135 करोड़ का गन्ना किसानों से खरीदा गया था. जिसमें 126 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि चीनी मिलों को घाटे से उभारने के लिए सरकार द्वारा 100 करोड़ रुपये का अनुदान देने का फैसला लिया गया है ताकि किसानों को उनका भुगतान किया जा सके.

यह भी पढ़ें-खुशखबरी: जल्द बढ़ेगा होमगार्ड का न्यूनतम मानदेय, शासन स्तर से कवायद तेज

किच्छा विधायक ने पूर्व की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व की सरकार द्वारा चीनी मिलों को घाटे से उभारने के बजाए चीनी मिलों को लोन के रूप में पैसा दिया गया था, जिसके ब्याज को उतारने के लिए चीनी मिल और घाटे में चली गईं. जिस कारण कई चीनी मिलों को बंद करना पड़ा था.

यह भी पढ़ें-कांग्रेस ने मंत्री मदन कौशिक पर लगाये गंभीर आरोप, कहा- निजी स्वार्थ के लिए किया धन का दुरुपयोग

सत्र का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला, विधायक नवीन दुम्का एवं ईडी रुचि मोहन रेयाल ने किया. अधिशासी निदेशक चीनी मिल रुचि मोहन रेयाल ने शुभारंभ के अवसर पर पहुंचे क्षेत्र के समस्त किसानों, काश्तकारों, चीनी मिल के कर्मचारियों को पेराई सत्र के शुभारंभ की बधाई दी. रुचि मोहन रेयाल ने कहा कि आपसी तालमेल बनाकर चीनी मिल को फायदा पहुंचाना ही हम सभी का उद्देश्य है.

Intro:Summry - वर्ष 2019-20 गन्ने की पेराई के लिए मिल का विधिवत शुभारम्भ कर दिया गया है। पूर्व में मिल द्वारा क्षेत्र के किसानों से 135 करोड़ का गन्ने खरीदा गया था। जिसका 126 करोड़ का भुगतान किया जा चूका है। बकाया भुगतान करने के लिए सरकार द्वारा अनुदान भी दिया जा रहा है।

एंकर - गन्ने की पेराई सत्र का शुभारम्भ रविवार को पूरे विधिविधान के साथ शुरू किया गया। इस दौरान लालकुंआ विधायक नवीन दुमका ओर किच्छा विधायक राजेश शुक्ला द्वारा बटन दबा कर मिल का शुभारम्भ किया गया। इस दौरान दर्जनों किसान भी मौजूद रहे। मिल के शुभारम्भ के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मिल परिषर में पहुच विरोध भी जताया।


Body:वीओ - किच्छा चीनी मिल के पेराई सत्र का शुभारंभ विधिवत पूजा अर्चना के बाद क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला ,विधायक नवीन दुम्का एवं ईडी रूचि मोहन रेयाल ने किया। अधिशासी निदेशक चीनी मिल रूचि मोहन रेयाल ने शुभारंभ अवसर पर पहुचे क्षेत्र के समस्त किसानों, काश्तकारों चीनी मिल के कर्मचारियों को पेराई सत्र के शुभारंभ की बधाई देते हुए कहा कि आपसी तालमेल बनाकर चीनी मिल को फायदा पहुंचाना ही हम सभी का उद्देश्य है। चीनी मिल परिसर में शुभारंभ से पूर्व आयोजित समारोह में पेराई सत्र को सफल बनाने के लिए पूजा अर्चना की गई। मुख्य अतिथि भाजपा विधायक राजेश शुक्ला,भाजपा विधायक नवीन दुम्का एवं चीनी मिल की अधिशासी निदेशक रुचि मोहन रेयाल ने हवन कुंड में आहुति डालकर सुख-शांति की कामना की। विधायक राजेश शुक्ला ,विधायक नवीन दुम्का एवं ईडी रुचि मोहन रेयाल ने फैक्ट्री में प्रवेश करने वाली पहली बुग्गी के बैलों को फूल माला पहनाने के पश्चात गन्ने की बेल्ट का बटन दबाकर सत्र का शुभारंभ किया। वही इसी दौरान कांग्रेस नेताओं ने सरकार को किसान विरोधी बताते हुए चीनी मिल परिसर मे सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए संकेतिक प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि चीनी मिल किसानों का 9 करोड़ का बकाया भुगतान नही कर पाई है साथ ही मिल को एक माह की देरी से शुरू किया गया है। जिसकारण किसानों की गेंहू क़ई फसल बौने में दिक्कत आ रही है। गौरतलब है कि किच्छा चीनी मिल में उधम सिंह नगर व नैनीताल के किसान अपनी गन्ने की फसल को किच्छा चीनी मिल में पिराई के लिए लेकर पहुचते है।
वही शुभारम्भ में पहुचे किच्छा विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि पूर्व में चीनी मिल में 135 करोड़ का गन्ना किसानों से खरीदा गया था। जिसका 126 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है। चीनी मिलों को घाटे से उभारने के लिए सरकार द्वारा 100 करोड़ रुपये का अनुदान देने का फैसला लिया गया है ताकि किसानों को उनका भुगतान किया जा सके। उन्होंने पूर्व की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व की सरकार द्वारा चीनी मिलों को घाटे से उभारने के बजाए चीनी मिलों को लोन के रूप में पैसा दिया गया था। जिसके ब्याज को उतारने के लिए चीनी मिल ओर घाटे में हो गयी। जिसकारण कई चीनी मिलों को बंद करना पड़ा था।

बाइट - राजेश शुक्ला, किच्छा विधायक। Conclusion:
Last Updated : Nov 25, 2019, 12:55 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.