रुद्रपुर: किसानों को अब कंधे पर लादकर खेतों में दवा का छिड़काव नहीं करना पड़ेगा. पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के एमटेक के दो छात्रों ने एक यंत्र तैयार किया गया है, जिससे कम खर्च में आसानी से कीटनाशक का छिड़काव किया जा सकेगा. इस मशीन का नाम ’बैटरी कम मैनुअली ऑपरेटिंग बूम स्प्रेयर' है. इससे किसान आसानी से खेत में लगी सब्जियों में छिड़काव कर सकते हैं. इससे कम समय में अधिक छिड़काव कर किसान आमदनी बढ़ा सकते हैं.
एमटेक के इन छात्रों को ’बैटरी कम मैनुअली ऑपरेटिंग बूम स्प्रेयर’ तैयार करने में दो साल का वक्त लगा. मशीन को बनाने में तीन हजार का खर्चा आया है. मशीन एक टायर में चलती है. मशीन को बैटरी और मैनुअली चलाया जा सकता है. साइकिल के फ्रेम को मॉडिफाई कर पहियों से जुड़ी क्रेंक से रसायन टैंक में प्रेशर पंप को एक रॉड से कनेक्ट किया गया है, जो पहिए के घूमते ही ऊपर-नीचे होता है. हवा का दबाव पैदा करता है.
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इसी हवा के दबाव से लगे टैंक से आसानी से स्प्रे किया जा सकता है. खास बात यह है कि इसके नोजल की पाइपलाइन को फसल की ऊंचाई के अनुसार ऊपर या नीचे किया जा सकता है. इसमें नोजलों की संख्या को भी बढ़ाया जा सकता है. मशीन को बंद और खोलने के लिए हैंडिल में एक क्लच बनाया गया है, जिसकी मदद से किसान इसे आसानी से संचालित कर सकते हैं.
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एक समय में मशीन से लगभग पांच फिट का एरिया कवर कर छिड़काव किया जा सकता है. वैज्ञानिक अरुण कुमार ने बताया कि बैटरी डाउन होने पर इसे मैनुअली भी इस्तेमाल किया जा सकता है.