सितारगंज: सितारगंज पालिकाध्यक्ष समर्थकों ने उधम सिंह नगर विकास प्राधिकरण पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है. दरअसल, कुछ दिन पहले उधम सिंह नगर विकास प्राधिकरण की टीम ने पालिकाध्यक्ष हरीश दुबे के दो भाइयों के निर्माणाधीन आवास को सील कर दिया था, जिसके बाद प्राधिकरण की टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था. सरकारी काम में बाधा डालने को लेकर प्राधिकरण सचिव ने पालिकाध्यक्ष के भाई और बहू सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
विकास प्राधिकरण के सचिव पंकज उपाध्याय ने नगर पालिका अध्यक्ष हरीश दुबे के भाई और बहू सहित तीन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है. साथ ही सरकारी कार्य में बाधा डालने को लेकर कई अज्ञात लोगों के खिलाफ सितारगंज कोतवाली में तहरीर सौंपकर मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद कोतवाली में पालिका अध्यक्ष हरीश दुबे के समर्थकों द्वारा ज्ञापन सौंपकर पालिका अध्यक्ष के भाई तथा बहू पर मुकदमा दर्ज कर उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है.
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नगर पालिका सभासद रवि रस्तोगी ने बताया कि विकास प्राधिकरण से संबंधित सारी औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गई थी, इसके बावजूद विकास प्राधिकरण द्वारा झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिसका हम सभी सदस्यगण नगर पालिका सितारगंज और जनता विरोध कर रही है. नगर पालिका अध्यक्ष हरीश दुबे और उनके परिवार का राजनीतिक दबाव में उत्पीड़न किया जा रहा है. उत्पीड़न को बंद नहीं किया गया तो इसके परिणाम गंभीर होंगे.