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रुद्रपुर में सिख समुदाय का महासम्मेलन, मंत्रिमंडल में सिख विधायक को शामिल करने की मांग उठी - Sikh Organization News

प्रदेश में सिख समाज की उपेक्षा को लेकर सिख पंजाबी समाज ने नगर के गांधी पार्क में महासम्मेलन का आयोजन किया. सम्मेलन में सिख विधायक को मंत्रीमंडल में शामिल करने की मांग उठाई गई.

पंजाबी सिख समाज न्यूज Punjabi Sikh Society's General Conference in Rudrapur News
गांधी पार्क में सिख समुदाय का महासम्मेलन
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Published : Dec 17, 2019, 11:55 PM IST

रुद्रपुर: सिख संगठन उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के आह्वान पर पंजाबी सिख समाज से जुड़े लोग गांधी पार्क में एकजुट हुए. उन्होंने पंजाबी सिख समाज की राजनीतिक उपेक्षा के प्रति आक्रोश जताया. सम्मेलन के जरिए उत्तराखंड में पंजाबी सिख समाज की सरकार में भागीदारी की मांग उठाई. इस महासम्मेलन में जहां किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने की मांग उठी, तो सिख समाज को पंजाब की तर्ज पर अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग को भी जोर-शोर से उठाई गई.

गांधी पार्क में सिख समुदाय ने किया महासम्मेलन.

इससे पहले राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से सिख समुदाय के लोग भारी संख्या में रुद्रपुर पहुंचे थे. उत्तराखंड में पंजाबी सिख समाज की राजनीतिक उपेक्षा से लोगों में भारी आक्रोश दिखाई दिया. मंच से वक्ताओं ने कहा कि राज्य में पंजाबी सिख समाज की आबादी करीब दस लाख है और वर्तमान में सत्तारूढ़ दल में चार पंजाबी विधायक हैं. लेकिन, सरकार के मंत्रिमंडल में एक भी विधायक को जगह नहीं मिलना सिख समाज की उपेक्षा को दर्शाता है.

वक्ताओं ने मांग की कि उन्हें संख्या के आधार पर प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए. यदि समय रहते पंजाबी सिख समाज को राज्य में बराबर भागीदारी नहीं मिली तो पंजाबी सिख समाज आने वाले समय में एकतरफा निर्णायक भूमिका निभाने पर विचार करेगा.

मंच से यह भी प्रस्ताव पारित हुआ कि संगठन संवैधानिक दायरे में रहकर समाज को संगठित कर उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ेगा. वक्ताओं ने कहा कि समुदाय समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा, नशा जैसे मुद्दों पर समाज को जागरूक करने का भी काम करेगा. लेकिन ये संगठन किसी भी देश-विरोधी और शरारती तत्वों की हिमायती नहीं करेगा और न ही किसी राजनीतिक दल का विरोध और समर्थन करेगा.

ये भी पढ़े: विशेष लेख : महात्मा गांधी के सपनों का स्वच्छ भारत अभी हकीकत से दूर

वहीं संगठन के सदस्य वीरेंद्र सामंती ने बताया कि आज के सम्मेलन के पीछे सिख पंजाबी समुदाय को एकजुट करना है. बिना एकता के सिख समुदाय के लोगों की उपेक्षाएं होती रहेगी. साथ ही समाज में नशे का भी प्रचलन बड़ा है. इसे समाप्त करने के लिए समाज को आगे आना पड़ेगा.

रुद्रपुर: सिख संगठन उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के आह्वान पर पंजाबी सिख समाज से जुड़े लोग गांधी पार्क में एकजुट हुए. उन्होंने पंजाबी सिख समाज की राजनीतिक उपेक्षा के प्रति आक्रोश जताया. सम्मेलन के जरिए उत्तराखंड में पंजाबी सिख समाज की सरकार में भागीदारी की मांग उठाई. इस महासम्मेलन में जहां किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने की मांग उठी, तो सिख समाज को पंजाब की तर्ज पर अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग को भी जोर-शोर से उठाई गई.

गांधी पार्क में सिख समुदाय ने किया महासम्मेलन.

इससे पहले राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से सिख समुदाय के लोग भारी संख्या में रुद्रपुर पहुंचे थे. उत्तराखंड में पंजाबी सिख समाज की राजनीतिक उपेक्षा से लोगों में भारी आक्रोश दिखाई दिया. मंच से वक्ताओं ने कहा कि राज्य में पंजाबी सिख समाज की आबादी करीब दस लाख है और वर्तमान में सत्तारूढ़ दल में चार पंजाबी विधायक हैं. लेकिन, सरकार के मंत्रिमंडल में एक भी विधायक को जगह नहीं मिलना सिख समाज की उपेक्षा को दर्शाता है.

वक्ताओं ने मांग की कि उन्हें संख्या के आधार पर प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए. यदि समय रहते पंजाबी सिख समाज को राज्य में बराबर भागीदारी नहीं मिली तो पंजाबी सिख समाज आने वाले समय में एकतरफा निर्णायक भूमिका निभाने पर विचार करेगा.

मंच से यह भी प्रस्ताव पारित हुआ कि संगठन संवैधानिक दायरे में रहकर समाज को संगठित कर उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ेगा. वक्ताओं ने कहा कि समुदाय समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा, नशा जैसे मुद्दों पर समाज को जागरूक करने का भी काम करेगा. लेकिन ये संगठन किसी भी देश-विरोधी और शरारती तत्वों की हिमायती नहीं करेगा और न ही किसी राजनीतिक दल का विरोध और समर्थन करेगा.

ये भी पढ़े: विशेष लेख : महात्मा गांधी के सपनों का स्वच्छ भारत अभी हकीकत से दूर

वहीं संगठन के सदस्य वीरेंद्र सामंती ने बताया कि आज के सम्मेलन के पीछे सिख पंजाबी समुदाय को एकजुट करना है. बिना एकता के सिख समुदाय के लोगों की उपेक्षाएं होती रहेगी. साथ ही समाज में नशे का भी प्रचलन बड़ा है. इसे समाप्त करने के लिए समाज को आगे आना पड़ेगा.

Intro:

Summry - प्रदेश में सिख व पंजाबी समाज की हो रही उपेक्षा को लेकर आज गांधी पार्क में महासम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में सिख ओर पंजाबी समाज के लोगो द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस दौरान उन्होंने समाज को एक जुट होने का आवाहन भी किया।

एंकर - सिख संगठन उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड के आह्वान पर पंजाबी सिख समाज ने एकता का परिचय देकर हजारों की संख्या में गांधी पार्क में पहुंच कर पंजाबी सिख समाज की हो रही राजनीतिक उपेक्षा के प्रति आक्रोश जताया। गांधी पार्क में पंजाबी सिख महासभा के आह्वान पर ऐतिहासिक भीड़ जुटी। वक्ताओं ने उत्तराखंड में पंजाबी सिख समाज की सरकार में भागीदारी की जोरदार मांग उठाई। महासम्मेलन में जहां किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने की मांग उठी, वहीं राय सिख समाज को पंजाब की तर्ज पर अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग को जोर शोर से उठाया गया।
Body:वीओ - रुद्रपुर के गांधी पार्क में सिख समाज से जुड़े हुए लोगो द्वारा पंजाबी सिख महासम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमे हजारों की संख्या में लोग सुबह से ही गांधी पार्क में जुटने लगे। महासम्मेलन को लेकर सिख व पंजाबी समाज मे भारी उत्साह दिखाई दिया। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से समुदाय के लोग भारी संख्या में रूद्रपुर पहुंचे । उत्तराखंड में पंजाबी सिख समाज की हो रही राजनीतिक उपेक्षा से लोगों में भारी आक्रोश दिखाई दिया। मंच से वक्ताओं ने कहा कि राज्य में पंजाबी सिख समाज की आबादी करीब दस लाख है और वर्तमान में सत्तारूढ़ दल में चार पंजाबी विधायक हैं, लेकिन सरकार के मंत्रिमंडल में एक भी विधायक को जगह न मिलना समाज की उपेक्षा को दर्शाता है। वक्ताओं ने मांग की कि उन्हें संख्या के आधार पर प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। मंच से यह भी कहा गया कि संगठन समाज की समस्याओं को लेकर लामबंद और एकजुट है। यदि समय रहते पंजाबी सिख समाज को राज्य में बराबर भागीदारी नहीं मिली तो पंजाबी सिख समाज आने वाले समय में एकतरफा निर्णायक भूमिका निभाने पर विचार करेगा। मंच से यह भी प्रस्ताव पारित हुआ कि संगठन संवैधानिक दायरे में रह कर समाज को संगठति कर उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ेगा। वक्ताओं ने समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा, नशा जैसे मुद्दों पर समाज को जागरूक करने का भी काम करेगा। संगठन किसी भी देश विरोधी एवं शरारती तत्वों की हिमायत नहीं करेगी और न ही किसी राजनीतिक दल का विरोध व समर्थन करेगा। इस दौरान संगठन द्वारा गांधी पार्क में दिन भर लंगर चलता रहा।
वही संगठन के सदस्य वीरेंद्र सामंती ने बताया कि आज के सम्मेलन के पीछे सिख ओर पंजाबी समुदाय को एक जुट करना है। बिना एकता के सिख ओर पंजाबी समुदाय के लोगो की उपेक्षाएं होती रहेगी साथ ही समाज मे नशे का भी प्रचलन बड़ा है उसे समाप्त करने के लिए समाज को आगे आना पड़ेगा।

बाइट - वीरेंद्र सिंह सामंती, सदस्य संगठन। Conclusion:
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