काशीपुरः आपने अनोखे धरना प्रदर्शन देखे होंगे. कभी कोई विरोध में सिर मुंडा लेता है. कोई जल में योग करता है. इस बार उधमसिंह नगर के एक शख्स ने अलग हटकर विरोध का तरीका अपनाया है. काशीपुर में बदहाल सड़कों के खिलाफ संकेत कुमार नाम का शख्स देहरादून रवाना हुआ है. आप सोच रहे होंगे कि अपनी कार या सरकारी बस या फिर ट्रेन से विरोध यात्रा चल रही होगी, लेकिन नहीं जनाब...संकेत कुमार तो अपनी ग्यारह नंबर की गाड़ी (पैदल) से देहरादून के लिए रवाना हुए हैं. सालों से जर्जर और खस्ताहाल सड़क के निर्माण के लिए जनप्रतिनिधियों समेत अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद भी जब सड़क निर्माण नहीं हुआ तो अब सड़क निर्माण की मांग को लेकर संकेत कुमार ने देहरादून की पैदल यात्रा शुरू की है.
दरअसल, काशीपुर के महुआखेड़ागंज स्थित रेलवे फाटक से ग्राम वीरपुर तक सड़क सालों से खस्ताहाल स्थिति में है. सड़क निर्माण की मांग को लेकर स्थानीय लोग जनप्रतिनिधियों समेत उच्चाधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं. इसके बावजूद भी सड़क का निर्माण नहीं हो सका है. जनप्रतिनिधियों और उच्चाधिकारियों की ओर से सड़क निर्माण की मांग को अनदेखी करने से आहत महुआखेड़ा गंज के वार्ड नंबर 3 मढैया निवासी संकेत कुमार पैदल ही सीएम आवास देहरादून के लिए निकल गए हैं. इतना ही नहीं संकेत कुमार ने महुआखेड़ागंज काशीपुर से देहरादून सीएम आवास तक पैदल यात्रा भी शुरू कर दी.
आंदोलनकारी संकेत कुमार ने बताया कि वो देहरादून सीएम आवास पहुंचकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात करेंगे और सड़क निर्माण को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे. उन्होंने कहा कि यदि इसके बाद भी सड़क का निर्माण नहीं होता है तो वो सीएम आवास के बाहर ही धरने पर बैठ जाएंगे. उन्होंने कहा कि यदि इसके बाद भी उनकी बात नहीं सुनी जाती और सड़क का निर्माण नहीं हुआ तो वो पैदल दिल्ली के जंतर मंतर तक जाएंगे. वो जंतर मंतर में ही धरना देंगे.
वहीं, संकेत कुमार की यात्रा (Sanket Kumar went on walk from Kashipur to CM Residence Dehradun) ने पहले दिन ग्राम मढ़ैया से शुरू होकर मुख्य चौराहा और रेलवे क्रॉसिंग होते हुए 6 किलोमीटर का सफर तय किया. अभी उनकी पैदल यात्रा रास्ते में है. यात्रा के दौरान संकेत कुमार अपने हाथ में राष्ट्रीय ध्वज लेकर चल रहे हैं. बता दें संकेत कुमार गाजियाबाद में चड्ढा ग्रुप में सेल्समैन के पद पर कार्यरत हैं.
ये भी पढ़ेंः देवप्रयाग में सड़क के कुछ गड्ढे भर ठेकेदार ने बजट लगाया ठिकाने!, नैनीताल में 30 साल बाद पहुंची रोड