रुद्रपुरः उधमसिंह नगर के रुद्रपुर के पंतनगर थाना क्षेत्र और ट्रांजिट कैंप थाना क्षेत्र में हुई अग्निकांड और गैस रिसाव घटना की जांच एसडीएम (Responsibility of investigation to Rudrapur SDM) को सौंपी गई है. उधमसिंह नगर डीएम ने रुद्रपुर एसडीएम प्रत्यूष सिंह (Rudrapur SDM Pratyush Singh) को तीनों मामलों की जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए है. साथ ही सिडकुल जीएम को सेफ्टी नॉर्म्स और केमिकल के मानकों को लेकर ऑडिट करने के निर्देश जारी किए हैं.
उधमसिंह नगर मुख्यालय रुद्रपुर में एक के बाद एक तीन घटनाओं को लेकर अब जिला प्रशासन सख्त नजर आ रहा है. पंतनगर सिडकुल में दो फेक्ट्रियों में हुए अग्निकांड के बाद जिला प्रशासन ने सिडकुल फैक्ट्रियों में सेफ्टी नॉर्म्स का पालन हो रहा है या नहीं, इसके लिए सेफ्टी ऑडिट करने के निर्देश सिडकुल के जीएम को पत्र जारी कर दिए हैं. यही नहीं, दोनों अग्निकांड सहित जहरीली गैस रिसाव की घटना के लिए एसडीएम रुद्रपुर की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है जो एक सप्ताह में तीनों घटनाओं की रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेंगे.
गौरतलब है 27 अगस्त की रात सिडकुल स्थित ब्रिटानिया फैक्ट्री के गोदाम में भीषण आग लगी थी. इसके बाद 29 अगस्त को कबाड़ी की दुकान में रखे गैस सिलेंडर से जहरीली गैस का रिसाव हुआ था. जिसमें एसडीएम और एसडीआरएफ के जवान समेत 32 लोग प्रभावित हुए थे. वहीं, तीसरी घटना 30 अगस्त को सिडकुल स्थित दावा बनाने की फैक्ट्री के गोदाम में आग लग गई थी.
कबाड़खानों पर कार्रवाई तेजः रुद्रपुर जिला मुख्यालय में जहरीली गैस रिसाव के मामले में अब पुलिस प्रशासन भी सख्त हो गया है. एसएसपी के निर्देश के बाद काशीपुर से लेकर खटीमा तक पुलिस प्रशासन कबाड़ की दुकानों में छापेमारी कर कार्रवाई में जुट गया है. अवैध रूप से संचालित कबाड़ की दुकानों के खिलाफ पुलिस प्रशासन कानूनी कार्रवाई कर रहा है. वहीं कबाड़ खाने में गैस सिलेंडर मिलने पर सीज की कार्रवाई की जा रही है.
6 कबाड़खाने सीजः गौरतलब है कि 29 अगस्त को रुद्रपुर के आजाद नगर में कबाड़ की दुकान में गैस सिलेंडर से क्लोरीन गैस रिसाव के बाद क्षेत्र के 28 लोगों के साथ साथ पुलिस कर्मचारी और जिला प्रशासन के 12 कर्मचारियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मामले में कबाड़ की दुकान संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. अब पुलिस प्रशासन जनपद के कबाड़ खानों के छापेमारी कर रही है. अब तक 276 कबाड़खानो में छापेमारी की जा चुकी है. 6 कबाड़खानों को सीज किया गया है. जबकि 44 के खिलाफ धारा 81 का चालान काटा गया है. जबकि 14 कबाड़खानों के खिलाफ 83 पुलिस एक्ट के तहत न्यायालय में प्रेषित किया गया.