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राकेश टिकैत ने केंद्र के फैसले को बताया हवा हवाई, MSP गारंटी कानून की मांग

एक शादी समारोह में काशीपुर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों पर सरकार का फैसला हवा-हवाई है. सरकार एमएसपी गांरटी कानून बनाए और किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस ले.

Rakesh Tikait
राकेश टिकैट
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Published : Dec 7, 2021, 3:21 PM IST

Updated : Dec 7, 2021, 10:37 PM IST

काशीपुर: भारतीय किसान यूनियन (bhartiya kisan union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान आंदोलन के सूत्रधार रहे राकेश टिकैत काशीपुर पहुंचे (Rakesh Tikait reached Kashipur). राकेश टिकैत एक विवाह समारोह में शिरकत करने पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की. उन्होंने कृषि कानूनों और किसानों पर दर्ज मुकदमे को लेकर कहा कि सरकार के वादे अभी हवा-हवाई हैं. अभी कुछ मिला नहीं है.

काशीपुर में जसपुर रोड स्थित रिसॉर्ट में राकेश टिकैत एक विवाह समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों (farms law) और किसानों पर दर्ज मुकदमों के वापस लेने के फैसले को हवा-हवाई करार दिया. उन्होंने कहा यह फैसला अभी हवा में हैं, लेकिन मिल कुछ नहीं रहा है.

राकेश टिकैत का सरकार पर निशाना

उन्होंने कहा मीडिया के माध्यम से ये सभी बातें हमें भी पता चल रही हैं. सरकार की तरफ से अभी बातचीत के लिए कोई ऑफर नहीं आया है. जब तक बातचीत और समाधान नहीं होगा, लोग संतुष्ट नहीं होंगे. तब तक हम भी बॉर्डर पर ही रहेंगे. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसानों पर हजारों मुकदमे दर्ज (cases filed against Uttarakhand farmers) हैं. सड़कों पर ट्रैक्टर चलाना क्या अपराध है.

ये भी पढ़ें: सैन्य सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए शहीद गौतम लाल, रो पड़ा पूरा गांव

एमएसपी गारंटी कानून और किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने और मृतक किसानों को मुआवजा देने (Compensation to deceased farmers) पर सरकार बातचीत करे. साथ ही हमने पांच सदस्यीय कमेटी बनाकर सरकार को भेज दी है. सरकार को जो भी बातचीत करनी है, इस कमेटी से कर ले, लेकिन सरकार बातचीत नहीं, बल्कि वैसे ही बॉर्डर से घर वापस भेजना चाहती है.

उन्होंने अजय टैनी मामले में टैनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि खाली होंगे तो सभी बॉर्डर खाली होंगे. मांगें पूरी किये जाने के संबंध में बैठक के लिए आदर्श चुनाव आचार संहिता (model election code of conduct) तक इंतजार करेंगे. उसके बाद रणनीति बनाई जाएगी. संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha) आने वाले चुनाव में अपना कोई भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं उतारने जा रहा है.

उन्होंने कहा कि इस बार गणतंत्र दिवस (Republic day) के मौके पर हम दिल्ली में एकत्र नहीं होने जा रहे हैं. 3 दिन पूर्व बाजपुर में पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य (Former cabinet minister Yashpal Arya) के काफिले पर हुए जानलेवा हमले पर बोलते हुए राकेश टिकैत ने उसे निजी करार दिया और कहा किसी पर कोई हमला हो, उन्हें क्या. उन्होंने कोई हरकत की होगी तो घटना घटी होगी ?

काशीपुर: भारतीय किसान यूनियन (bhartiya kisan union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान आंदोलन के सूत्रधार रहे राकेश टिकैत काशीपुर पहुंचे (Rakesh Tikait reached Kashipur). राकेश टिकैत एक विवाह समारोह में शिरकत करने पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की. उन्होंने कृषि कानूनों और किसानों पर दर्ज मुकदमे को लेकर कहा कि सरकार के वादे अभी हवा-हवाई हैं. अभी कुछ मिला नहीं है.

काशीपुर में जसपुर रोड स्थित रिसॉर्ट में राकेश टिकैत एक विवाह समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों (farms law) और किसानों पर दर्ज मुकदमों के वापस लेने के फैसले को हवा-हवाई करार दिया. उन्होंने कहा यह फैसला अभी हवा में हैं, लेकिन मिल कुछ नहीं रहा है.

राकेश टिकैत का सरकार पर निशाना

उन्होंने कहा मीडिया के माध्यम से ये सभी बातें हमें भी पता चल रही हैं. सरकार की तरफ से अभी बातचीत के लिए कोई ऑफर नहीं आया है. जब तक बातचीत और समाधान नहीं होगा, लोग संतुष्ट नहीं होंगे. तब तक हम भी बॉर्डर पर ही रहेंगे. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसानों पर हजारों मुकदमे दर्ज (cases filed against Uttarakhand farmers) हैं. सड़कों पर ट्रैक्टर चलाना क्या अपराध है.

ये भी पढ़ें: सैन्य सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए शहीद गौतम लाल, रो पड़ा पूरा गांव

एमएसपी गारंटी कानून और किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने और मृतक किसानों को मुआवजा देने (Compensation to deceased farmers) पर सरकार बातचीत करे. साथ ही हमने पांच सदस्यीय कमेटी बनाकर सरकार को भेज दी है. सरकार को जो भी बातचीत करनी है, इस कमेटी से कर ले, लेकिन सरकार बातचीत नहीं, बल्कि वैसे ही बॉर्डर से घर वापस भेजना चाहती है.

उन्होंने अजय टैनी मामले में टैनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि खाली होंगे तो सभी बॉर्डर खाली होंगे. मांगें पूरी किये जाने के संबंध में बैठक के लिए आदर्श चुनाव आचार संहिता (model election code of conduct) तक इंतजार करेंगे. उसके बाद रणनीति बनाई जाएगी. संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha) आने वाले चुनाव में अपना कोई भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं उतारने जा रहा है.

उन्होंने कहा कि इस बार गणतंत्र दिवस (Republic day) के मौके पर हम दिल्ली में एकत्र नहीं होने जा रहे हैं. 3 दिन पूर्व बाजपुर में पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य (Former cabinet minister Yashpal Arya) के काफिले पर हुए जानलेवा हमले पर बोलते हुए राकेश टिकैत ने उसे निजी करार दिया और कहा किसी पर कोई हमला हो, उन्हें क्या. उन्होंने कोई हरकत की होगी तो घटना घटी होगी ?

Last Updated : Dec 7, 2021, 10:37 PM IST
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