खटीमा: पुलवामा अटैक में शहीद हुए वीरेंद्र राणा का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव मोहम्मदपुर भुढ़िया शनिवार सुबह पहुंचा. शहीद को तिरंगे में लिपटा देख पूरे गांववासियों के आंखों में गुस्सा और आंसू देखने को मिला. वीर के अंतिम दर्शन कर सैकड़ों लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी. अंतिम दर्शन के बाद शहीद को श्मशान घाट ले जाया गया. जहां उनके ढाई साल के बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी.
शहीद की अंतिम यात्रा के दौरान वीरेंद्र जिंदाबाद, वीरेंद्र अमर रहे के नारों से पूरा गांव गूंज उठा. शहीद को अंतिम सलामी देने काठगोदाम सीआरपीएफ से 35 जवानों की बटालियन भी गांव पहुंची. इस दौरान केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा, विधायक पुष्कर सिंह धामी, और परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने शहीद के पार्थिव शरीर को कंधा दिया. इनके अलावा पूर्व विधायक गोपाल सिंह राणा, डीएम नीरज खैरवाल, एसएसपी बरिंदर सिंह, एसडीएम विजय नाथ शुक्ला, सीओ कमला बिष्ट, कोतवाल संजय पाठक समेत कई लोग मौजूद रहे.
बता दें कि गुरुवार को श्रीनगर-जम्मू हाई-वे पर स्थित अवंतिपोरा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ के एक काफिले को निशाना बनाया था. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये. कई जवान घायल हो गये थे. उरी में सितंबर 2016 में हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर में यह सुरक्षाबलों पर अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला है.