गदरपुरः ब्लाक प्रमुख पूनम रानी की अध्यक्षता में प्रथम बैठक संपन्न हुई. बैठक में तीन दर्जन से ज्यादा क्षेत्र पंचायत सदस्यों की मौजूदगी रही. क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने अपनी-अपनी क्षेत्र की समस्याओं को उठाया.
क्षेत्र पंचायत द्वारा किस तरह के विकास कार्य एवं बजट आते हैं और उसका इस्तेमाल कैसे करना है की जानकारी दी गई तो वहीं खंड विकास अधिकारी एल डी जोशी ने प्रतिनिधियों को क्षेत्र पंचायत द्वारा किस तरह के विकास कार्य किए जाते हैं और उसके अधिकार के बारे में तथा मनरेगा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई.
सभी क्षेत्र पंचायत सदस्यों को दी गई किताब से पंचायती राज व्यवस्था का अध्ययन करने को कहा. वहीं इस बैठक में सबसे ज्यादा पानी, बिजली, साफ-सफाई और जर्जर सड़क तथा पशुओं से संबंधित समस्या सुनने को मिली.
बैठक में पीडब्ल्यूडी अधिकारी के न पहुंचने पर क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने इस बात का जमकर विरोध किया. इस दौरान क्षेत्र पंचायत सदस्य नेहा ने कहा कि आज हमें बहुत सी जानकारियां मिली हैं. क्षेत्र में विकास कार्य कैसे करना है के बारे में बताया गया.
वहीं करणजीत सिंह ने कहा कि बैठक में कई सारे मुद्दे जिनमें बिजली, हैंडपंप, सड़क मुद्दे पर चर्चा हुई. विशेष मुद्दा यह रहा कि गदरपुर के अधिकांश गांवों में सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं और पीडब्ल्यूडी विभाग के एक भी अधिकारी क्षेत्र पंचायत की प्रथम बैठक में नहीं पहुंचे, जिसका सभी क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने विरोध किया.
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इस दौरान ब्लाक प्रमुख पूनम रानी ने कहा कि बैठक में 29 विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया था, जिसमें से पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी उपस्थित नहीं हुए. खंड विकास अधिकारी एलडी जोशी ने कहा कि क्षेत्र पंचायत सदस्य द्वारा बिजली की समस्या के बारे में बताया गया. साथ ही झूलते तारों पर चिंता जताई गई. इसके कारण नागरिकों को परेशानी हो रही है. एक जगह से पानी की समस्या आई. बिजली अधिकारी और जल विभाग को समस्या खत्म करने के लिए निर्देशित कर दिया है.