काशीपुरः बीते रोज नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों द्वारा कथित रूप से सफाई कर्मचारियों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किए जाने को लेकर मामला गर्मा गया है. इस संबंध में देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के तत्वाधान में दर्जनों सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम परिसर में प्रदर्शन कर पार्षदों के प्रति अपना रोष व्यक्त किया. इस दौरान सफाई कर्मचारियों ने अपनी इस मांग समेत अन्य मांगों को लेकर मुख्य नगर आयुक्त को ज्ञापन भी सौंपा.
गौर हो कि बीते रोज काशीपुर नगर निगम में वोट की बैठक प्रस्तावित थी. जिसमें सभी वार्डों के पार्षदों ने प्रतिभाग किया था. जिसमें सफाई कर्मचारियों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किए जाने की बात सामने आई. मीडिया में खबर आने के बाद देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के तत्वाधान में नगर निगम परिसर में दर्जनों सफाई कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा. जिसके बाद सफाई कर्मचारियों ने पार्षदों द्वारा बोर्ड बैठक में पर्यावरण मित्रों के कार्य पर प्रश्नचिन्ह लगाने की निंदा की.
इस मौके पर मीडिया से रूबरू होते हुए सफाई कर्मचारी संघ के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कुमार सौदा उर्फ बन्नू ने कहा कि बीते रोज नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों द्वारा सफाई कर्मचारियों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया. जिसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हुए चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पार्षदों ने इस मामले में माफी नहीं मांगी तो सफाई कर्मचारी सफाई व्यवस्था ठप करने और नगर निगम में धरना प्रदर्शन करने को विवश होंगे.
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उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्षों से अधिक कार्य करने वाले पर्यावरण मित्र एवं पर्यावरण पर्यवेक्षकों को तत्कालीन एसीपी का लाभ के वित्त अधिकारी व पत्रावली को लंबित किया जा रहा है.
इसका तत्काल निस्तारण करते हो 10 वर्ष के बाद प्रथम एसीपी का तत्काल लाभ देने एवं काशीपुर को स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में द्वितीय स्थान पर प्राप्त इनाम की धनराशि को शासनादेश संख्या 2,395 के अंतर्गत संपूर्ण सफाई कार्य से जुड़े कानूनों को पुरस्कार के रूप में तत्काल देने की मांग से संबंधित ज्ञापन मुख्य नगर आयुक्त वंशीधर तिवारी को सौंपा.