रुद्रपुर: सरकार और शिक्षकों के अड़ियल रवैए का खामियाजा पन्तनगर कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों-छात्राओं को भुगतना पड़ सकता है. दरअसल विश्वविद्यालय के सभी प्रोफेसर अपनी मांगे पूरी न होने पर कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं. अगर यही हालात रहे तो यूजीसी के मानकों के अनुरूप 100 दिन की क्लासेज नहीं पूरी हो पाएंगी जिसका खामियाजा छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ सकता है.
बता दें कि पन्तनगर विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने अपनी मांगे पूरी न होने पर कार्य बहिष्कार करना शुरू कर दिया है. इस दौरान विश्वविधालय सभी प्रोफेसरों ने कुलपति दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी प्रोफेसरों ने उत्तराखंड सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों के साथ भेदभाव कर रही है. प्रदेश के अन्य विश्वविधालयों में 7वां वेतनमान लागू कर दिया गया, लेकिन पन्तनगर विश्वविद्यालय में अभी तक ये लागू नही किया गया है. साथ ही ये भी आरोप लगाया है कि लगभग 300 कर्मचारियो को राज्य सरकार अपना कर्मचारी मानने को तैयार नहीं है.
वहीं विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने बताया कि कुलपति द्वारा लगातार सरकार से बात चीत की जा रही है. विश्वविद्यालय में एडमिशन का कार्य शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि किसी भी तरह समस्या का हल निकाला जाएगा. बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा.