खटीमा: अमाउं क्षेत्र में गर्भवती महिला की झोलाछाप डॉक्टर द्वारा इलाज के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृतका के परिजनों ने पति व झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है. खटीमा एसडीएम ने शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आने के बाद कार्रवाई की बात कही है.
सीमांत खटीमा के अमाउं इलाके में गर्भवती महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है. मृतका के परिजनों द्वारा शव का पोस्टमॉर्टम मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कराए जाने की मांग पर पुलिस द्वारा इसकी सूचना उपजिलाधिकारी खटीमा को दी गई. जिस पर शव का नागरिक अस्पताल में पंचनामा कर एसडीएम निर्मला बिष्ट के अस्पताल पहुँचने पर पोस्टमॉर्टम कराया गया.
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अमाउं क्षेत्र की सभासद ललिता कन्याल ने बताया कि 3 वर्ष पहले युवती का प्रेम विवाह हुआ था. जिसे लड़के के परिवार वालों ने स्वीकार नहीं किया था. कई बार विवाद के बाद पंचायत में हुए फैसले के बाद युवती को ससुराल पक्ष ने अपने घर में रख लिया था, लेकिन वहां उसे युवक और उसके परिजनों द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था. कुछ समय ससुराल में रहने के बाद पति ने उसे अलग-अलग जगह किराए पर रखा. बाद में विवाहिता अपने पति के साथ मायके में आकर रहने लगी.
वहीं, जब महिला गर्भवती हुई तो उसे उसका पति घूमने के लिए बाहर ले गया. फिर अचानक उसकी मृत्यु हो गयी. युवक द्वारा युवती के परिजनों को यह बताया गया कि वह बीमार थी और मोहल्ले के झोलाछाप डॉक्टर द्वारा इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. युवती के परिजनों ने युवक, उसके परिजनों और झोलाछाप डॉक्टर पर हत्या का आरोप लगाया है. साथ ही मौत का कारण जानने के लिए मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पोस्टमॉर्टम कराए जाने का अनुरोध किया. वहीं, परिजनों की मांग पर एसडीएम द्वारा विवाहिता का पोस्टमॉर्टम कराया गया. साथ ही एसडीएम ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही है.