सितारगंज/काशीपुर: उत्तराखंड ग्रामप्रधान संगठन ने जल जीवन मिशन योजना में टेंडर प्रक्रिया और ठेकेदारी प्रथा के विरोध में प्रदर्शन उग्र कर दिया है. 74 ग्राम सभाओं वाले विकासखंड सितारगंज कार्यालय पर ग्राम प्रधानों ताला जड़ दिया गया. इस दौरान प्रधानों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की.
प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष भास्कर संभल ने बताया कि जल जीवन मिशन में टेंडर प्रक्रिया के विरोध में उन्होंने पूर्व में मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा था. पिछले महीने की 24 तारीख को प्रधान संगठन के शिष्ट मंडल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी, जिसमें मुख्यमंत्री ने टेंडर प्रक्रिया पर रोक लगाने के लिए आश्वस्त किया था. भास्कर संभल ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा तय समय में टेंडर प्रक्रिया को शासन ने नहीं रोका, बल्कि टेंडर प्रक्रिया को सुचारू रखा. जिसके बाद प्रधान संगठन ने सितारगंज विकासखंड कार्यालय पर तालाबंदी कर दी और सरकार के खिलाफ धरना शुरू कर दिया है.
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वहीं, काशीपुर में भी ग्राम प्रधान संघ के बैनर तले ग्राम प्रधानों ने ब्लॉक कार्यालय में तालाबंदी की. इस दौरान उन्होंने जल जीवन मिशन योजना को ठेकेदारी प्रथा से मुक्त करने और ग्राम पंचायत को कार्यदायी संस्था बनाने की मांग की, जिससे ग्रामीण मजदूरों को काम मिल सके. ग्राम प्रधानों का कहना है कि आपदा की दृष्टि से राज्य आपदा संवेदनशील है. इस दौरान ग्राम प्रधानों ने बीडीओ के माध्यम से सीएम को ज्ञापन प्रेषित किया.
ग्राम प्रधानों की मांग
मनरेगा के तहत सुरक्षा दीवार निर्माण में शासन स्तर से लगाई रोक हटाने की मांग
मनरेगा जॉब कार्ड 100 मानव दिवस के स्थान पर 200 मानव दिवस करने की मांग.
मजदूरी 201 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये करने की मांग की.