खटीमाः उधम सिंह नगर जिला के खटीमा में डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक की शाखा मझोला में हेरफेर का मामला सामने आया है. मामले में कोऑपरेटिव बैंक के दिवंगत शाखा प्रबंधक, लिपिक समेत अन्य स्टॉप पर खाताधारकों के साथ धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने सभी के खिलाफ 409 और 420 आईपीसी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच की शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के पीलीभीत मोहल्ला भूरे खां के निवासी मोहम्मद शोएब ने खटीमा कोतवाली में एक तहरीर दी है. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उधम सिंह नगर डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक शाखा मझोला में तत्कालीन शाखा प्रबंधक मोहम्मद शकील (अब दिवंगत) और अन्य स्टाफ ने 40 खाताधारकों की डेढ़ करोड़ रुपए की एफडीआर हड़प ली.
ये है आरोपः आरोप है कि शाखा प्रबंधक मोहम्मद शकील ने गुम हुई 35 एफडीआर में से कूट रचित तरीके से 17 एफडीआर अपने नाम और 12 एफडीआर अपनी पत्नी जोहरा के नाम करवा कर संयुक्त खाते में भुगतान ले लिया, लेकिन मूल एफडीआर रसीद खाते में जमा नहीं की गई.
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इनके खिलाफ मुकदमा दर्जः पीड़ित मोहम्मद शोएब की तहरीर पर पुलिस ने उधम सिंह नगर डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक शाखा मझोला के दिवंगत शाखा प्रबंधक मोहम्मद शकील, लिपिक पंकज पांडे और रणधीर सिंह जोहरा के खिलाफ आईपीसी की धारा 409 और 420 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
क्या बोली पुलिस? वहीं, खटीमा कोतवाली के एसएसआई अशोक कुमार ने बताया कि पीलीभीत निवासी शोएब की तहरीर पर उधम सिंह नगर डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक रुद्रपुर शाखा मझोला के दिवंगत ब्रांच मैनेजर मोहम्मद शकील समेत अन्य कर्मचारियों पर कूट रचना कर डेढ़ करोड़ रुपए की एफडीआर का पैसा हड़पने का मुकदमा कराया है.
उन्होंने बताया कि मामले में शाखा प्रबंधक मोहम्मद शकील समेत अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 406 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. साक्ष्यों के आधार पर जो भी दोषी पाया जाएगा. उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.