जसपुरः साल 2012 के हाईवे जाम करने के सात साल पुराने मामले में वांडेट चल रहे दो और लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है. जिसके बाद शिक्षा मंत्री समेत दो अन्य विधायकों पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है. उधर, पुलिस की मानें तो जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी.
बता दें कि साल 2012 में समुदाय विशेष का एक युवक दूसरे समुदाय की युवती को लेकर फरार हो गया था. युवती की बरामदगी को लेकर कई संगठन ने जमकर प्रदर्शन किया था. इस दौरान बीजेपी के कई विधायकों और नेताओं ने प्रदर्शन करते हुए सुभाष चौक के पास कई घंटों तक हाईवे को बंद कर दिया था..
ये भी पढ़ेंः स्टिंग मामले को कांग्रेस ने बताया अस्तित्व की लड़ाई, पंचायत चुनाव में गड़बड़ी का भी लगाया आरोप
हाईवे खुलवाने के लिए तत्कालीन एएसपी जगतराम जोशी को लाठीचार्ज करवाना पड़ा था. हाईवे पर जाम लगाने वालों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया था, जो काशीपुर के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में विचाराधीन है.
हाईवे जाम करने वालों में तत्कालीन बीजेपी नेता और वर्तमान में जसपुर से कांग्रेस विधायक आदेश चौहान, रुद्रपुर के बीजेपी विधायक राजकुमार ठुकराल, विधायक अरविंद पांडे, काशीपुर के बीजेपी विधायक हरभजन सिंह चीमा, पूर्व सांसद बलराज पासी समेत कई लोग शामिल थे.
ये भी पढ़ेंः किसी से साझा न करें अपने पीएफ की जानकारी, EPFO ने किया अलर्ट जारी
मामले में कोर्ट ने मंत्री अरविंद पांडे और तीन विधायकों समेत 24 लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तारी की प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है. जसपुर पुलिस की सात दारोगाओं की टीम गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है.
अभीतक पुलिस चार लोगों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर चुकी है. इसी क्रम में पुलिस ने बुधवार को जसपुर के रंजीत बहल और प्रवेंद्र बंटी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में लिया गया है. पुलिस का कहना है कि मामले में वांछित विधायकगणों पर भी जल्द गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी.
इन बड़े नेताओं का नाम है शामिल-
- कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे.
- काशीपुर विधायक हरभजन सिंह चीमा (बीजेपी).
- रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल.
- जसपुर विधायक आदेश चौहान (कांग्रेस).
- पूर्व सांसद बलराज पासी.