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काशीपुर: अमृत योजना के तहत चल रहे कार्यों का किया स्थलीय निरीक्षण

पेयजल निगम के संयुक्त सचिव महावीर सिंह चौहान ने काशीपुर में अमृत योजना के तहत चले कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. संयुक्त सचिव इस दौरान कई उपभोक्ताओं से उनके घर घर जाकर स्वयं मिले. उन्होंने लोगों को समझाया कि जल निगम के पेयजल और सबमर्शिबल के पानी में क्या खामियां हैं.

amrut scheme inspection kashipur news
अमृत योजना के तहत चले कार्यों का निरीक्षण.
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Published : Oct 17, 2020, 3:09 PM IST

Updated : Oct 17, 2020, 3:34 PM IST

काशीपुर: पेयजल निगम के संयुक्त सचिव महावीर सिंह चौहान ने काशीपुर में अमृत योजना के तहत चले कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. साथ ही अमृत योजना के अंर्तगत पेयजल के कम कनेक्शन लेने को लेकर उपभोक्ताओं से जानकारी जुटाई. इसके बाद उन्होंने स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा से उनके रामनगर रोड स्थित कार्यालय में जाकर वार्ता की.

दरअसल, पेयजल निगम के संयुक्त सचिव महावीर सिंह चौहान ने काशीपुर पहुंचकर शहर क्षेत्र के लिए अमृत योजना और ग्रामीण क्षेत्र के लिए जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने बताया बीते दिनों विधायक हरभजन सिहं चीमा व सांसद अजय भट्ट ने अमृत योजना के शहर में दिए पेयजल कनेक्शन की फीस को अधिक बताया था. उन्होंने कहा कि लोग कनेक्शन फीस अधिक होने के कारण पेयजल कनेक्शन नहीं ले रहे हैं. इस संबंध में वे यहां जानकारी लेने और उपभोक्ताओं की राय जानने आए थे.

संयुक्त सचिव महावीर सिंह चौहान इस दौरान कई उपभोक्ताओं से उनके घर घर जाकर स्वयं मिले, तब लोगों ने बताया कि विभाग शहर में पेयजल कनेक्शन फीस 3275 रुपये ले रहा है जो कि बहुत अधिक है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 25 रुपये में आवेदन और एक रुपये में पेयजल का कनेक्शन मिल जा रहा है. तब यहां ऐसा क्यों किया जा रहा है. संयुक्त सचिव ने बताया मार्च तक सभी को पेयजल कनेक्शन देने की योजना है. अब वह निरीक्षण में लोगों की रायशुमारी की रिपोर्ट बनाकर शासन को देंगे. निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि शहर में अधिकांश लोगों ने सबमर्शिबल लगा रखा है और उससे पेयजल का दोहन कर रहे हैं, इसलिए वह पेयजल का कनेक्शन लेना नहीं चाहते हैं, जबकि जल निगम द्वारा जो पेयजल सप्लाई की जा रही है वह पांच सौ फीट गहरे स्वच्छ पानी की हो रही है.जबकि सबमर्शिबल में उतना शुद्ध पानी नहीं आता है.

यह भी पढ़ें-कृषक सलाहकार समिति की बैठक, काश्तकारों को दी गई योजनाओं की जानकारी

उन्होंने लोगों को समझाया कि जल निगम के पेयजल और सबमर्शिबल के पानी में क्या खामियां हैं, कुछ लोगों के समझ में तो आया है, लेकिन लोगों को अभी जागरूक करने की बहुत जरूरत है. इससे पहले उन्होंने मुरादाबाद रोड स्थित जल निगम विभाग के पास अमृत योजना के तहत बन रहे सेफ्टीज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया. इसके अलावा काली बस्ती, पद्मावती कॉलोनी व पक्का कोट मोहल्ला में लोगों से पेयजल कनेक्शन के संबंध में जानकारी जुटाई. बता दें अमृत योजना के फेस 1 व 2 में अब तक मात्र तीन सौ लोगों ने कनेक्शन लिया है, जबकि जसपुर बस स्टैंड के पास, गिरीताल एसडीएम कोठी परिसर, पोस्टमार्टम हाउस के पास अमृत योजना के तहत पानी की टंकी और पाइप लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है.

काशीपुर: पेयजल निगम के संयुक्त सचिव महावीर सिंह चौहान ने काशीपुर में अमृत योजना के तहत चले कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. साथ ही अमृत योजना के अंर्तगत पेयजल के कम कनेक्शन लेने को लेकर उपभोक्ताओं से जानकारी जुटाई. इसके बाद उन्होंने स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा से उनके रामनगर रोड स्थित कार्यालय में जाकर वार्ता की.

दरअसल, पेयजल निगम के संयुक्त सचिव महावीर सिंह चौहान ने काशीपुर पहुंचकर शहर क्षेत्र के लिए अमृत योजना और ग्रामीण क्षेत्र के लिए जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने बताया बीते दिनों विधायक हरभजन सिहं चीमा व सांसद अजय भट्ट ने अमृत योजना के शहर में दिए पेयजल कनेक्शन की फीस को अधिक बताया था. उन्होंने कहा कि लोग कनेक्शन फीस अधिक होने के कारण पेयजल कनेक्शन नहीं ले रहे हैं. इस संबंध में वे यहां जानकारी लेने और उपभोक्ताओं की राय जानने आए थे.

संयुक्त सचिव महावीर सिंह चौहान इस दौरान कई उपभोक्ताओं से उनके घर घर जाकर स्वयं मिले, तब लोगों ने बताया कि विभाग शहर में पेयजल कनेक्शन फीस 3275 रुपये ले रहा है जो कि बहुत अधिक है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 25 रुपये में आवेदन और एक रुपये में पेयजल का कनेक्शन मिल जा रहा है. तब यहां ऐसा क्यों किया जा रहा है. संयुक्त सचिव ने बताया मार्च तक सभी को पेयजल कनेक्शन देने की योजना है. अब वह निरीक्षण में लोगों की रायशुमारी की रिपोर्ट बनाकर शासन को देंगे. निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि शहर में अधिकांश लोगों ने सबमर्शिबल लगा रखा है और उससे पेयजल का दोहन कर रहे हैं, इसलिए वह पेयजल का कनेक्शन लेना नहीं चाहते हैं, जबकि जल निगम द्वारा जो पेयजल सप्लाई की जा रही है वह पांच सौ फीट गहरे स्वच्छ पानी की हो रही है.जबकि सबमर्शिबल में उतना शुद्ध पानी नहीं आता है.

यह भी पढ़ें-कृषक सलाहकार समिति की बैठक, काश्तकारों को दी गई योजनाओं की जानकारी

उन्होंने लोगों को समझाया कि जल निगम के पेयजल और सबमर्शिबल के पानी में क्या खामियां हैं, कुछ लोगों के समझ में तो आया है, लेकिन लोगों को अभी जागरूक करने की बहुत जरूरत है. इससे पहले उन्होंने मुरादाबाद रोड स्थित जल निगम विभाग के पास अमृत योजना के तहत बन रहे सेफ्टीज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया. इसके अलावा काली बस्ती, पद्मावती कॉलोनी व पक्का कोट मोहल्ला में लोगों से पेयजल कनेक्शन के संबंध में जानकारी जुटाई. बता दें अमृत योजना के फेस 1 व 2 में अब तक मात्र तीन सौ लोगों ने कनेक्शन लिया है, जबकि जसपुर बस स्टैंड के पास, गिरीताल एसडीएम कोठी परिसर, पोस्टमार्टम हाउस के पास अमृत योजना के तहत पानी की टंकी और पाइप लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है.

Last Updated : Oct 17, 2020, 3:34 PM IST
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