काशीपुरः अटल आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े के मामले में कई अस्पताल जांच के दायरे में शामिल हैं. साथ ही कई अस्पतालों को सूचीबद्धता से हटा दिया गया है. उधर, इस योजना के तहत डायलिसिस करा रहे मरीजों को अब इलाज नहीं मिल पा रहा है. राजकीय चिकित्सालय में डायलिसिस की सुविधा ना होने से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, मरीजों और तीमारदारों ने प्रशासन से डायलिसिस सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है.
काशीपुर तहसील परिसर में आयोजित जनता दरबार में करीब तीन दर्जन से ज्यादा मरीज संयुक्त मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना के पास पहुंचे. इस दौरान डायलिसिस करा रहे मरीजों ने राजकीय चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. बीके टम्टा से मिलकर उन्हें अपनी परेशानी बताई. मरीजों ने बताया कि कई लोग किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं. जिस वजह से आए दिन उनकी डायलिसिस होती है.
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उन्होंने कहा कि पहले आयुष्मान कार्ड से डायलिसिस हो रही थी, लेकिन काशीपुर से डायलिसिस की सुविधा हटाकर रुद्रपुर कर दी गई है. ऐसे में रुद्रपुर की दूरी काफी ज्यादा होने से उन्हें वहां पहुंचना मुश्किल होता है. साथ ही कहा कि काशीपुर राजकीय चिकित्सालय में डायलिसिस की सुविधा ना होने से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, उन्होंने काशीपुर राजकीय चिकित्सालय में डायलिसिस सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की.
मामले पर संयुक्त मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना का कहना है कि उच्च अधिकारीयों से वार्ता की जा रही है. वार्ता करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. उधर, सीएमएस डॉ. बीके टम्टा ने मरीजों को रुद्रपुर जिला चिकित्सालय में जाने की सलाह देकर छुटकारा पाने का प्रयास करते दिखे.