रुद्रपुर: पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय ने एक ऐसी तकनीकी मशीन इजाद की है. जिससे प्याज की खेती करने वाले किसानों को अब उसकी खुदाई और उसके डंठल को काटने के लिए मजदूर लगाने नहीं पड़ेंगे. इतना ही नहीं यह मशीन एक घंटे में 0.17 हेक्टेयर प्याज के डंठल को काटने के साथ ही खोदेगी भी. यह मशीन पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के फार्म एवं मशीनरी विभाग, प्रौद्योगिक महाविद्यालय की टीम ने तैयार की है.
प्याज की खेती करने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है. अब प्याज की फसल तैयार होने के बाद उसकी खुदाई और उसके डंठल की कटाई में आने वाले खर्च से किसानों को राहत मिलेगी. पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने रुड़की आईआईटी की टीम की मदद से प्याज की खुदाई और डंठल की कटाई करने वाली मशीन तैयार की है. जिसमें पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के फार्म और मशीनरी विभाग, प्रौद्योगिक महाविद्यालय के वैज्ञानिकों व छात्रों की टीम को दो साल का समय लगा.
महाविद्यालय के डॉ. आरएन पटारिया ने बताया कि प्याज की खेती करने वाले किसानों को उसकी खुदाई और डंठल काटने के मूल्य को कम करने के उद्देश्य से इस मशीन का निर्माण किया गया है. इस मशीन से एक घंटे में 0.17 हेक्टेयर की खुदाई और डंठलों की कटाई आसानी से की जा सकती है. इस मशीन से काम करने के लिए बुआई के समय उचित दूरी का ध्यान रखना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि किसी भी छोटे टैक्टर 15 से 25 हॉर्स पावर से इस मशीन को चलाकर प्याज की खुदाई व डंठल की कटाई की जा सकती है. मशीन की कीमत 25 हजार रुपये रखी गई है.
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पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के फार्म एवं मशीनरी विभाग, प्रौद्योगिक महाविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. आरएन पटारिया ने बताया कि प्याज की खुदाई की मशीन देश में पहले भी बनाई गई है. इस मशीन की खासियात यह है कि यह पहले प्याज के डंठल को काटते हुए खुदाई करती है. इससे किसानों का जो पैसा मजदूरी पर लगता था, वह बच सकता है. उन्होंने बताया कि मशीन को पेटेंट के लिए आवेदन किया गया है. जल्द ही मशीन को किसानों को 25 हजार में उपलब्ध कराया जाएगा.