काशीपुर: टाइगर नाम के कुत्ते पर अपने मालिकाना हक को लेकर दो पक्षों में हुई लड़ाई का अंत अब हो गया है. डॉ. अनुराग ने टाइगर को निर्मल वर्मा को देने की बात मान ली. वहीं टाइगर की घर वापसी से निर्मल वर्मा के घर में खुशी का माहौल है.
कुत्ते पर अपने अपने मालिकाना हक के लिए ज़द्दोजहद के बीच डॉ. अनुराग ने निर्मल वर्मा को टाइगर देने के लिए सहमति जताई. जिसके बाद टाइगर को आखिरकार निर्मल वर्मा को दे दिया गया. डॉ. अनुराग ने सोशल मीडिया पर हुई फजीहत से आहत होकर यह फैसला लिया है. टाइगर की घर वापसी के बाद निर्मल वर्मा परिवार के सभी सदस्यों में खुशी का माहौल है.
निर्मल वर्मा के मुताबिक 26 दिसंबर 2019 की रात में किसी कुत्ते का पीछा करते हुए टाइगर कहीं गुम हो गया था. जिसके बाद परिवार के लोग परेशान थे. टाइगर के मिलने की सूचना फेसबुक के माध्यम से मिली तो परिवार में खुशी का माहौल छा गया, लेकिन अगले ही दिन काशीपुर निवासी डॉ. अनुराग चौहान ने भी कुत्ते पर अपना हक जताया. जिसके बाद मामला कोतवाली जा पहुंचा.
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कोतवाली में दोनों ही पक्ष कुत्ते के साथ पहुंच गए. एसएसपी एस. के. कापड़ी ने मामले के समाधान के लिए कटोराताल चौकी इंचार्ज के पास भेजा. जिसके बाद दोनों पक्षों की मौजूदगी में यह तय किया गया कि कुत्ते को दोनों ही पक्षों के घरों के बीच स्थान पर छोड़ा जाएगा और कुत्ता जिस पक्ष की तरफ जाएगा. उसी का मालिकाना हक़ माना जायेगा.
दोनों पक्षों की सहमति के बाद कुत्ते को कोतवाली में ही रात बिताने के लिए रोक दिया गया. जिसकी सोशल मीडिया पर भारी फजीहत हुई. डॉ. अनुराग चौहान ने निर्मल शर्मा को कुत्ता देने पर अपनी सहमति जतायी. जिसके बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली.