काशीपुर: नगर में ममता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है. यहां ढकिया गुलाबो क्षेत्र में एक नवजात खेत में लावारिस हालात में पड़ा मिला. वहीं, किलकारी सुन खेत मालिक ने आनन-फानन में नवजात को सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है.
जानकारी के मुताबिक, आज देर शाम ग्राम ढकिया गुलाबो निवासी प्रमोद कुमार अपने खेत पर गया था. वहीं, खेत में बच्चे की किलकारी सुनकर वह भौचक्का रह गया. नवजात के मुंह में कपड़ा फंसा हुआ था. सूचना पर आनन-फानन में टांडा उज्जैन पुलिस के साथ नवजात को गोद में उठाकर एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल पहुंचा.
जहां बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव पुनेठा की निगरानी में स्टाफ नर्स शाजिया और पिंकी कांबोज ने शिशु की सफाई कर नाल काटी और इलाज शुरू किया. इस दौरान बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, स्टाफ ने बच्चे को वॉर्मर पर रखा. ऐसे में धीरे-धीरे नवजात की हालत स्थिर हो गई.
पढ़ें- उत्तराखंड की सरजमीं से 'ममता दीदी' पर नड्डा का हमला, बोले- बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं
डॉ. पुनेठा ने बताया कि शिशु करीब दो बजे अस्पताल पहुंचा था. उस समय उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. वार्मर पर रखकर स्टाफ नर्स उसका इलाज कर रही है. अब शिशु की हालत सामान्य है और उसने दूध पीना भी शुरू कर दिया है. बच्चे का वजन करीब सवा दो किग्रा है, जबकि सामान्य शिशु का वजन ढाई किग्रा होता है.