काशीपुर: प्रदेश में क्वारंटाइन केन्द्र की हालत किसी से छुपी नहीं है. वहीं अव्यवस्था को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. ताजा मामला काशीपुर के विलेज क्वारंटाइन केन्द्र का है, जहां क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक महिला और 8 पुरुष रह रहे हैं, मगर यहां पर किसी भी तरह के सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं.
कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में लगातार बड़ी संख्या में प्रवासियों की वापसी हो रही है. जिनके लिए प्रशासन के क्वारंटाइन केन्द्र की व्यवस्था की है. काशीपुर के सरवर खेड़ा गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में भी एक विलेज क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है. विलेज क्वारंटाइन सेंटर में आने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए स्पेशल पुलिस ऑफिसर की तैनाती की गई है. मगर सरवर खेड़ा में बने विलेज क्वारंटाइन में पुलिस नदारद ही रहती है.
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क्वारंटाइन का आलम ये है कि सेंटर में रहने वाले लोग सोशल-डिस्टेंसिंग का जरा भी ख्याल नहीं रखते हैं. बता दें कि पिछले कुछ समय में क्वारंटाइन केन्द्र में रहने वाली कुछ महिलाओं के साथ छेड़खानी के मामले भी सामने आये थे, बावजूद, इसके काशीपुर के विलेज क्वारंटाइन सेंटर में एक महिला को अकेला रखा गया है.
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वहीं क्वारंटाइन सेंटर में आने वाले लोगों के भोजन तथा अन्य व्यवस्थाओं के लिए ग्राम प्रधान को 10 हजार की रकम भी दी गई है. मगर यह रकम खर्च होती दिखाई नहीं दे रही है. यही कारण है कि क्वारंटाइन सेंटर में रहने वाले प्रवासियों को घरों से खाना मंगवाना पड़ रहा है. वहीं, जब इस मामले की जानकारी खंड विकास अधिकारी को दी गई तो उन्होंने विलेज क्वारंटाइन सेंटर का औचक निरीक्षण किया. जहां अधिकारियों को भी पुलिस ऑफिसर मौके पर तैनात नहीं मिले. जिस पर उन्होंने मामले की जांच करते हुए उचित कार्रवाई करने की बात कही है.