काशीपुर: उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार हालांकि कम हुई है, लेकिन ये पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. कोरोना के दौरान लोगों की नौकरियां चली गईं. लोग बेरोजगार हो गए. लोगों के सामने आर्थिक संंकट पैदा हो गया. ऐसे में काशीपुर की कुछ महिलाओं ने आपस में पैसे जमा कर एक पहल शुरू की है. ये पहल स्वरोजगार को बढ़ावा दे रही है. काशीपुर में नई किरण स्वयं सहायता समूह के द्वारा चौलाई के लड्डू बना कर महिलाओं को रोजगार देने का काम किया जा रहा है. काशीपुर की मेयर ऊषा चौधरी ने इस समूह को हाईटेक कर स्वरोजगार को बढ़ावा दिया है.
काशीपुर की कुछ महिलाओं ने आपस में पैसे जमा कर स्वरोजगार को बढ़ावा देने का काम किया है. कोरोना के दौरान महिलाओं को सहायता देने के लिए कुछ महिलाओं ने एक समूह नई किरण स्वयं सहायता समूह शुरू किया. नई किरण स्वयं सहायता समूह के द्वारा चौलाई के लड्डू बना कर महिलाओं को रोजगार देने का काम किया जा रहा है. चौलाई के लड्डुओं को बाजार में खूब पसंद किया जा रहा है. जिन महिलाओं का कोरोना काल में रोजगार छिन गया और परिवार के सामने आर्थिक संकट मंडराने लगा था, ये पहल उनके लिए वरदान साबित हुई. महिलाएं अब अपने परिवार का पालन-पोषण अच्छे से कर पा रही हैं.
नगर निगम काशीपुर की मेयर ऊषा चौधरी ने कहा कि महिलाओं ने जो कार्य किया है, वह बहुत सराहनीय कदम है. कोरोना काल में आई मुसीबत के समय महिलाओं को एक रोजगार मिला है. इससे आज उन्हें इस उत्पादन को हाईटेक बनाने का सौभाग्य मिला है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के स्वरोजगार भारत के सपने को इन महिलाओं ने साकार किया है.
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नई किरण स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष रजनी चन्द्रा ने बताया कि कोरोना काल के समय हम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. तब हम सभी महिलाओं ने पैसे जमा करके चौलाई के लड्डुओं का उत्पादन किया. ये लड्डू बाजार में खूब पसंद किये गए. इस तरह रोजगार खोने वाली महिलाओं को रोजगार मिला और उनके परिवार का भरण-पोषण हो रहा है.