सितारगंज: सीएए और एनआरसी के विरोध में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाज के बाद एक जगह एकत्रित होकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने इस कानून को काला कानून बताया, साथ ही सरकार से इसे वापस लेने की मांग की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है.
मुस्लिम वक्ताओं ने सीएए और एनआरसी को काला कानून बताते हुए देश की जनता को धर्म जातियों के आधार पर बांटने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भारत का संविधान धर्मनिरपेक्षता की मूल भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है. पूर्वोत्तर के छात्र संगठन व आम जनता इस काले कानून के खिलाफ सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे है.
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देश की जनता से अपनी नागरिकता सिद्ध करने के प्रमाण पत्र मांगे जा रहे है. जो कि देश की आजादी से आज तक देश की जनता के लिये एक चुनौती है. आज देश की जनता देश का नागरिक होने के प्रमाण पत्रों को सिद्ध करने के लिये इधर-भटक रही है.