काशीपुर: पुलिस ने बीती 15 मई को भावनगर रोड स्थित आपके पास में मिली सेवानिवृत्त वीडीओ की पत्नी की संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ से लटके मिले शव के मामले का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्या में शामिल हत्यारोपी को गिरफ्तार करते हुए कोर्ट में पेश किया. हत्याकांड का खुलासा एसपी क्राइम ऊधम सिंह नगर चंद्रशेखर घोड़के ने किया.
बता दें काशीपुर में रामनगर रोड स्थित ग्राम लक्ष्मीपुर निवासी सेवानिवृत्त बीडीओ चन्द्रिका यादव की पत्नी मुन्नी देवी सुबह 8 बजे अपने खेत में चारा काटने के लिए गई थी. काफी देर हो जाने के बाद वह घर नहीं आयी तो परिवार वालों ने छानबीन की. छानबीन में मुन्नी देवी का शव आम के बाग में पेड़ से लटका मिला. इसके बाद परिवार वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस की प्राथमिक जांच में मुन्नी देवी चूडियां टूटी हुयी मिली. थी जिससे प्रतीत हो रहा था कि उनकी हाथापाई हुई है. घटना स्थल के पास ही मुन्नी देवी की दरांती पड़ी हुयी थी. जिस पर खून के निशान मिले. जिसके बाद पुलिस ने मुन्नी देवी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए घटना के अनावरण के लिए जिले के एसएसपी डॉ. मंजुनाथ टीसी ने पुलिस अधीक्षक अपराध उधमसिंहनगर चन्द्रशेखर घोड़के, एसपी काशीपुर अभय सिंह और सीओ काशीपुर वन्दना वर्मा के पर्यवेक्षण में पुलिस की पांच अलग अलग टीमों का गठन किया. इस दौरान उपनिरीक्षक कपिल कम्बोज की टीम को पता चला की घटना स्थल के पास खेत में एक 20-21 वर्ष के लड़के के द्वारा एक महिला को घास का गट्ठर उठाने में मदद की गयी थी. उक्त महिला से संदिग्ध का हुलिया एंव कपड़ों का रंग पूछकर आने-जाने वाले रास्तों की सीसीटीवी कैमरे चेक किये गये. जिनमें उक्त संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिया. जिसकी फोटो निकाल कर क्षेत्र में मुखबिरों को दिखाई गयी. उसकी पहचान मनोज कुमार उर्फ विनोद के रूप में किये जाने पर संदिग्ध मनोज कुमार उर्फ विनोद को पकड़ा गया. उसके बांये हाथ की बीच की अंगुली किसी धार धार हथियार से कटी हुयी निकली. इससे पुलिस का शक गहराने पर उससे सख्ती से पूछताछ की गयी. जिसमें उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया.
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पूछताछ में हत्यारोपी मनोज कुमार उर्फ विनोद ने बताया वह धनौरी गांव का रहने वाला है. पिता की मौत के बाद वह ग्रेड मिशन स्कूल हिम्मतपुर रामनगर की स्कूल बस में हैल्पर की नौकरी करता है. धनौरी प्रतापपुर में अपने बड़े भाई के साथ रहता है. घटना के दिन वह स्कूल के बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद घर पर खाना खाकर अमरूद के बगीचे में गया. वहां पर ट्यूबबेल में पानी पीकर गन्ने के खेत की तरफ जा रहा था तभी उसे मुन्नी देवी मिली. जिन्हें वह बचपन से जानता था. उसने उन्हें बताया यहां खेत में दवाई डाली है. यहां घास मत काटो. आम के बगीचे में घास काटने के लिए भी उसी ने कहा. मुन्नी देवी ने उसकी बात मानी. वह आम के बगीचे में चली गयी. वह भी पीछे पीछे चला गया. चरस से भरी बीड़ी पीने के बाद बदनीयत से वह धीरे-धीरे मुन्नी देवी के पास पहुंचा. शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिये मुन्नी देवी से जोर जबरदस्ती करने लगा. जिसका मुन्नी देवी ने विरोध किया और उसे थप्पड़ मारा. गुस्से में आकर दरांती से वार किया तो उसने अपने बांये हाथ से दराती पकड़ ली. जिससे बाएं हाथ की बीच वाली अंगुली कट गयी.
तभी मुन्नी देवी ने जोर-जोर से चिल्लाते हुये हाथ छुड़ाने की कोशिश करने लगी. वह बार-बार कह रही थी कि तेरी हरकत के बारे में सब को बता दूंगी. तब उसने मुन्नी देवी का मुंह बन्द करके उसका गला दबा दिया. धक्का-मुक्की करते हुये 10-15 कदम चलते हुये आम के बाग के पास पहुंचा. जिसके बाद उसने मुन्नी देवी की दरांती छीनकर मुन्नी देवी को मार दिया. बाद में घबराकर उसने मुन्नी देवी की साड़ी को उनके गले में लपेट कर गांठ बांधी. उनकी मौत को आत्महत्या दिखाने के लिये साड़ी को आम के पेड़ की टहनी में लपेटकर दोबारा गले में गांठ लगा दी. जिसके बाद वह वहां से चुप-चाप निकल गया. पुलिस को हत्यारोपी मनोज कुमार सिंह पुत्र जीत सिंह के पास से हत्या में प्रयुक्त दरांती भी बरामद कर ली है.