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नगर निगम: UPCL से ट्रांसफॉर्मर का टैक्स वसूलेगा नगर निगम

काशीपुर नगर निगम अब बिजली विभाग से शहर में लगाए गए ट्रांसफॉर्मरों का टैक्स भी वसूलेगा. नगर निगम की बोर्ड बैठक में मौजूद तमाम अधिकारियों ने आर्थिक तंगी के चलते ये फैसला लिया है.

Municipal Corporation Kashipur
नगर निगम काशीपुर
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Published : Oct 19, 2020, 4:46 PM IST

काशीपुर: नगर निगम प्रशासन ने निगम की आय बढ़ाने और टैक्स वसूली के लिए कमर कस ली है. निगम अब हाउस टैक्स के अलावा कॉमर्शियल टैक्स भी वसूलेगा. इसके साथ ही निगम बिजली विभाग से जमीन पर रखे ट्रांसफॉर्मरों का टैक्स वसूलने की योजना बना रहा है. जानकारी के मुताबिक नगर क्षेत्र में लगभग 900 ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं.

बता दें कि, नगर निगम प्रशासन लंबे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा है. जिसके चलते बीते दिनों हुई बोर्ड बैठक में निगम की आय बढ़ाने को लेकर बोर्ड से सुझाव मांगे गए थे. बोर्ड बैठक में मौजूद पार्षदों ने निगम के टैक्स विभाग पर टैक्स वसूली में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा था कि टैक्स विभाग की ढुलमुल कार्यशैली और टैक्स में तमाम विसंगतियों के चलते निगम अपेक्षा से कम टैक्स वसूल पा रहा है.

पढ़ें: जल्द करें चारधाम यात्रा, 16 नवंबर को बंद होंगे गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट

बोर्ड बैठक में पार्षदों ने कहा था कि क्षेत्र में सैकड़ों कॉमर्शियल प्रतिष्ठान (होटल, रिसॉर्ट, पेट्रोल पंप, बैंक, नर्सिंग होम, पार्किंग समेत आवासीय भवन) ऐसे हैं जो निगम को टैक्स नहीं दे रहे हैं. ऐसे लोगों को चिन्हित करके टैक्स वसूला जाए. मेयर ऊषा चौधरी ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में यूपीसीएल ने भी निगम की सैकड़ों वर्गफीट भूमि पर अपने ट्रांसफॉर्मर रखे हुए हैं. बावजूद इसके यूपीसीएल विभाग को एक रुपया भी टैक्स का नहीं देता है. जबकि निगम प्रशासन अपनी स्ट्रीट लाइटों पर खर्च होने वाली बिजली का बिल देता है तो विभाग से भी निगम को भूमि इस्तेमाल करने पर टैक्स वसूला जाए.

काशीपुर: नगर निगम प्रशासन ने निगम की आय बढ़ाने और टैक्स वसूली के लिए कमर कस ली है. निगम अब हाउस टैक्स के अलावा कॉमर्शियल टैक्स भी वसूलेगा. इसके साथ ही निगम बिजली विभाग से जमीन पर रखे ट्रांसफॉर्मरों का टैक्स वसूलने की योजना बना रहा है. जानकारी के मुताबिक नगर क्षेत्र में लगभग 900 ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं.

बता दें कि, नगर निगम प्रशासन लंबे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा है. जिसके चलते बीते दिनों हुई बोर्ड बैठक में निगम की आय बढ़ाने को लेकर बोर्ड से सुझाव मांगे गए थे. बोर्ड बैठक में मौजूद पार्षदों ने निगम के टैक्स विभाग पर टैक्स वसूली में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा था कि टैक्स विभाग की ढुलमुल कार्यशैली और टैक्स में तमाम विसंगतियों के चलते निगम अपेक्षा से कम टैक्स वसूल पा रहा है.

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बोर्ड बैठक में पार्षदों ने कहा था कि क्षेत्र में सैकड़ों कॉमर्शियल प्रतिष्ठान (होटल, रिसॉर्ट, पेट्रोल पंप, बैंक, नर्सिंग होम, पार्किंग समेत आवासीय भवन) ऐसे हैं जो निगम को टैक्स नहीं दे रहे हैं. ऐसे लोगों को चिन्हित करके टैक्स वसूला जाए. मेयर ऊषा चौधरी ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में यूपीसीएल ने भी निगम की सैकड़ों वर्गफीट भूमि पर अपने ट्रांसफॉर्मर रखे हुए हैं. बावजूद इसके यूपीसीएल विभाग को एक रुपया भी टैक्स का नहीं देता है. जबकि निगम प्रशासन अपनी स्ट्रीट लाइटों पर खर्च होने वाली बिजली का बिल देता है तो विभाग से भी निगम को भूमि इस्तेमाल करने पर टैक्स वसूला जाए.

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