ETV Bharat / state

गरीबों के हक पर डाका! काशीपुर में 800 से ज्यादा अपात्र उपभोक्ताओं के राशन कार्ड रद्द

काशीपुर में 800 से ज्यादा अपात्र उपभोक्ताओं के राशन कार्ड रद्द (ration card canceled) कर दिया गया है. इनमें ज्यादातर ऐसे थे, जो फर्जी तरीके से राशन कार्ड प्रपत्र में मजदूरी या गलत जानकारी दर्शाकर गरीबों का राशन डकार रहे थे.

rashan card
अपात्र उपभोक्ताओं के राशन कार्ड रद्द
author img

By

Published : Nov 26, 2021, 10:10 PM IST

काशीपुरः उधम सिंह नगर के काशीपुर में फर्जी तरीके से राशन कार्ड प्रपत्र में मजदूरी या गलत जानकारी दर्शाकर गरीबों के राशन पर डाका डालने का मामला सामने आया है. अब तक पूर्ति विभाग ऐसे 800 राशन कार्ड निरस्त (ration card canceled) कर चुका है. जिसका खुलासा राशन कार्ड सत्यापन (Ration card verification) में हुआ है. अधिकारियों की मानें तो अभी भी ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें राशन कार्ड की श्रेणी ठीक कराने के लिए 30 नवंबर तक का समय दिया गया है. इसके बाद विभाग उनसे वसूली करेगा. वहीं, गड़बड़झाला का आरोप सरकारी कर्मियों और व्यापारियों लगा है.

दरअसल, शासन के निर्देश पर खाद्य विभाग की ओर से राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए राशन कार्डों को आधार कार्ड (ration card link with aadhaar) से जोड़ा गया. मार्च से विभाग ने राशन विक्रेताओं को सत्यापन प्रपत्र देकर अंत्योदय (गुलाबी) और प्राथमिक परिवार (पीएचएच) यानी सफेद राशन कार्ड धारकों का सत्यापन कराने के निर्देश दिए थे. इस दौरान राशन विक्रेताओं के माध्यम से राशन कार्ड धारकों से प्रपत्र भरवाकर वापस कार्यालय में जमा कराए गए.

ये भी पढ़ेंः सस्ते गल्ले की दुकानों पर राशन के साथ अब फ्री मिलेगा थैला, पढ़िए पूरी खबर

क्षेत्रीय पूर्ति अधिकारी के हस्ताक्षर होने के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर कार्ड धारकों का सत्यापन (Ration card verification in kashipur) कर रही है. जिनमें अब तक करीब 800 ऐसे उपभोक्ता सामने आए हैं, जिन्होंने सत्यापन प्रपत्र में मजदूरी या गलत जानकारी दर्शाकर गरीबों का राशन हड़पने में लगे हैं. जिनका अधिकारियों ने राशन कार्ड निरस्त कर नए पात्रों का चयन किया है. शेष करीब 20 प्रतिशत सत्यापन कार्य जारी है.

प्रपत्र में गलत जानकारी देने वाले उपभोक्ताओं को विभाग ने राशन कार्ड की श्रेणी ठीक कराने के लिए 30 नवंबर तक का अंतिम समय दिया है. इसके बाद उनके खिलाफ वसूली की कार्रवाई होगी. पूर्ति निरीक्षक आशुतोष भट्ट के मुताबिक, शहर और ग्रामीण क्षेत्र में 110 राशन विक्रेता हैं. जबकि, 2321 गुलाबी और 30345 सफेद राशन कार्ड उपभोक्ता पंजीकृत हैं. सफेद और गुलाबी राशन कार्डों का सत्यापन कार्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कराया जा रहा है. अभी तक 80 फीसदी सत्यापन हो चुका है.

ये भी पढ़ेंः श्रीनगर में 400 राशन कार्ड हुए निरस्त, अब घर-घर जाकर होगी धारकों की जांच

वहीं, गलत जानकारी देने वाले करीब 800 अपात्र उपभोक्ताओं के कार्ड निरस्त (800 ration card canceled) कर नए पात्रों का चयन कर दिया गया है, जो नौकरी या व्यापार करते हैं. इन्होंने प्रपत्र में मजदूरी या गलत जानकारी दर्शाई है. परिवार की 15,000 से कम आय वाले सफेद राशन कार्ड के असली हकदार हैं. गलत जानकारी देने वाले कार्ड धारकों को 30 नवंबर तक पूर्ति कार्यालय में कार्ड को निरस्त करवा कर सही श्रेणी का कार्ड लेने का कहा गया है. ऐसे नहीं करने पर जांच के बाद वसूली कर कार्रवाई की जाएगी.

काशीपुरः उधम सिंह नगर के काशीपुर में फर्जी तरीके से राशन कार्ड प्रपत्र में मजदूरी या गलत जानकारी दर्शाकर गरीबों के राशन पर डाका डालने का मामला सामने आया है. अब तक पूर्ति विभाग ऐसे 800 राशन कार्ड निरस्त (ration card canceled) कर चुका है. जिसका खुलासा राशन कार्ड सत्यापन (Ration card verification) में हुआ है. अधिकारियों की मानें तो अभी भी ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें राशन कार्ड की श्रेणी ठीक कराने के लिए 30 नवंबर तक का समय दिया गया है. इसके बाद विभाग उनसे वसूली करेगा. वहीं, गड़बड़झाला का आरोप सरकारी कर्मियों और व्यापारियों लगा है.

दरअसल, शासन के निर्देश पर खाद्य विभाग की ओर से राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए राशन कार्डों को आधार कार्ड (ration card link with aadhaar) से जोड़ा गया. मार्च से विभाग ने राशन विक्रेताओं को सत्यापन प्रपत्र देकर अंत्योदय (गुलाबी) और प्राथमिक परिवार (पीएचएच) यानी सफेद राशन कार्ड धारकों का सत्यापन कराने के निर्देश दिए थे. इस दौरान राशन विक्रेताओं के माध्यम से राशन कार्ड धारकों से प्रपत्र भरवाकर वापस कार्यालय में जमा कराए गए.

ये भी पढ़ेंः सस्ते गल्ले की दुकानों पर राशन के साथ अब फ्री मिलेगा थैला, पढ़िए पूरी खबर

क्षेत्रीय पूर्ति अधिकारी के हस्ताक्षर होने के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर कार्ड धारकों का सत्यापन (Ration card verification in kashipur) कर रही है. जिनमें अब तक करीब 800 ऐसे उपभोक्ता सामने आए हैं, जिन्होंने सत्यापन प्रपत्र में मजदूरी या गलत जानकारी दर्शाकर गरीबों का राशन हड़पने में लगे हैं. जिनका अधिकारियों ने राशन कार्ड निरस्त कर नए पात्रों का चयन किया है. शेष करीब 20 प्रतिशत सत्यापन कार्य जारी है.

प्रपत्र में गलत जानकारी देने वाले उपभोक्ताओं को विभाग ने राशन कार्ड की श्रेणी ठीक कराने के लिए 30 नवंबर तक का अंतिम समय दिया है. इसके बाद उनके खिलाफ वसूली की कार्रवाई होगी. पूर्ति निरीक्षक आशुतोष भट्ट के मुताबिक, शहर और ग्रामीण क्षेत्र में 110 राशन विक्रेता हैं. जबकि, 2321 गुलाबी और 30345 सफेद राशन कार्ड उपभोक्ता पंजीकृत हैं. सफेद और गुलाबी राशन कार्डों का सत्यापन कार्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कराया जा रहा है. अभी तक 80 फीसदी सत्यापन हो चुका है.

ये भी पढ़ेंः श्रीनगर में 400 राशन कार्ड हुए निरस्त, अब घर-घर जाकर होगी धारकों की जांच

वहीं, गलत जानकारी देने वाले करीब 800 अपात्र उपभोक्ताओं के कार्ड निरस्त (800 ration card canceled) कर नए पात्रों का चयन कर दिया गया है, जो नौकरी या व्यापार करते हैं. इन्होंने प्रपत्र में मजदूरी या गलत जानकारी दर्शाई है. परिवार की 15,000 से कम आय वाले सफेद राशन कार्ड के असली हकदार हैं. गलत जानकारी देने वाले कार्ड धारकों को 30 नवंबर तक पूर्ति कार्यालय में कार्ड को निरस्त करवा कर सही श्रेणी का कार्ड लेने का कहा गया है. ऐसे नहीं करने पर जांच के बाद वसूली कर कार्रवाई की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.