काशीपुर: भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा ने किसानों के धान के बकाया भुगतान के लिए उन्हें आश्वस्त किया. उन्होंने कहा CM के स्वस्थ होते ही वे खुद उनसे मिलकर इस मामले पर बात करेंगे. साथ ही उन्होंने एयरपोर्ट के लिए पंतनगर विश्विद्यालय की भूमि का अधिग्रहण करने को किसानों के लिए गलत बताया है. वहीं, उन्होंने हाईकोर्ट से स्थानांतरण की बात एक बार फिर दोहराई है. आगामी 2022 के विधानसभा चुनावों में अपनी दावेदारी करने के सवाल पर विधायक चीमा बोले उन्होंने कभी भी दावेदारी नहीं की. उन्हें टिकट खुद ही मिल जाता है.
काशीपुर रामनगर रोड स्थित अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि देश के कृषि विश्वविद्यालय अनाज के उत्पादन में वृद्धि की दिशा में आशातीत भूमिका निभातें हैं. ऐसे में अगर हम इन विश्वविद्यालयों की भूमि ले लेंगे तो इसका खाद्य उत्पादन पर कुप्रभाव पड़ेगा. इससे पहले भी कृषि विश्वविद्यालयों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है.
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उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के लिए पंतनगर विश्विद्यालय की भूमि नहीं ली जानी चाहिए. विधायक चीमा ने कहा कि रामनगर रोड स्थित नेपा (अब सिडकुल) की आठ सौ एकड़ से अधिक भूमि पर उत्तराखंड हाईकोर्ट को स्थानांतरित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी वह यह मांग कर चुके हैं.
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धान खरीद का सरकारी एजेंसियों द्वारा भुगतान अब तक न किये जाने पर विधायक चीमा ने कहा कि 55,000 कुंतल धान सरकार के गोदामों में जा चुका है. मगर इसका अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है. विधायक चीमा ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत को यह मामला बताया गया है. जिस पर उन्होंने अधिकारियों से इस मामले की पूरी जानकारी ली है.
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विधायक चीमा ने कैबिनेट मंत्री से तत्काल भुगतान के लिए धन सिंह रावत से अनुरोध किया. मगर, सीएम के अस्वस्थ होने के कारण यह भुगतान तत्काल संभव नहीं हो पाया है. सीएम के स्वस्थ होते ही विधायक स्वयं मुख्यमंत्री से मिलकर किसानों के धान भुगतान को लेकर बात करेंगे.