खटीमा/जसपुर: उत्तराखंड के गन्ना राज्यमंत्री स्वामी यतीश्वरानंद गुरुवार को उधमसिंह नगर के दौरे पर थे. इस दौरान वे सितारगंज भी पहुंचे. गन्ना मंत्री ने स्थानीय विधायकों के साथ सितारगंज में बंद पड़ी चीनी मिल का निरीक्षण किया. उन्होंने बंद पड़ी चीनी मिल को पीपीपी मोड चलाने की बात कही है. वहीं काशीपुर में भाकियू युवा विंग ने विरोध प्रदर्शन को देखते हुए गन्ना मंत्री अपनी प्रस्तावित बैठक रद्द कर दी.
सितारगंज का दौरा
सितारगंज में गन्ना राज्यमंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने किसानों से बात भी की और उनकी समस्याओं को सुना. इस दौरान बीजेपी सांसद अजय भट्ट, सितारगंज विधायक सौरभ बहुगुणा और खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी मौजूद रहे. मंत्री यतीश्वरानंद ने बताया कि खटीमा और सितारगंज के विधायकों की काफी समय से मांग थी कि सितारगंज की बंद पड़ी चीनी मिल को फिर से शुरू किया जाए. किसानों की मांगों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बंद पड़ी चीनी मिलों को पीपीपी मोड में शुरू करने का निर्णय लिया. चीनी मिल को शुरू करने के लिए 30 जून को टेंडर निकाले जाएंगे.
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जसपुर भी पहुंचे मंत्री
सितारगंज के अलावा उन्होंने जसपुर क्षेत्र में भी सरकारी चीनी मिलों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने नादेही चीनी मिलों के अधिकारियों से पेराई सत्र समय पर शुरू करने के निर्देश दिए. साथ ही किसानों को गन्ने का भुगतान तुरंत दिलवाने का आश्वासन भी दिया. इसी के साथ उन्होंने कर्मचारियों और आम जनता की समस्याओं को सुना और जल्द से जल्द उन्हें निपटाने के आदेश दिए. उन्होंने चीनी मिल के अधिकारियों को भी चेतावनी दी है कि आने वाले समय में पेराई सत्र में एक माह पहले ही पूरी हो जानी चाहिए. उन्होंने किसानों को गन्ने के जल्द से जल्द बकाया भुगतान करने का आश्वासन दिया.
काशीपुर में बकाया भुगतान को लेकर विरोध प्रदर्शन
गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को लेकर गुरुवार को काशीपुर में भाकियू युवा विंग ने विरोध प्रदर्शन किया है, जिसकी वजह से मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद काशीपुर में पूर्व निर्धारित बैठक को छोड़कर देहरादून के लिए निकल गए. काशीपुर में दोपहर तीन बजे से गन्ना आयुक्त कार्यालय और गन्ना अनुसंधान केन्द्र पर दो मैराथन बैठक प्रस्तावित थी. लेकिन दोपहर बाद से ही गन्ना आयुक्त कार्यालय के गेट पर बड़ी संख्या में भाकियू के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में किसान मंत्री से मिलने पहुंच चुके थे. लेकिन विरोध की संभावना को देखते हुए अंतिम समय में यह कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा.
काशीपुर में गन्ना किसानों का 28 करोड़ रुपये लंबे समय से बकाया चला आ रहा है. समय-समय पर किसान बकाया भुगतान को लेकर विरोध प्रदर्शन भी करते है. लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. गुरुवार को भी भाकियू युवा विंग ने गन्ना मंत्री को ज्ञापन देने का कार्यक्रम रखा था, लेकिन वे ज्ञापन देने से पहले ही विरोध प्रदर्शन करने लगे. ऐसे में मंत्री ने अपने सभी कार्यक्रम तत्काल रद्द कर दिए है और देहरादून के लिए निकल गए.