गदरपुर: नवनिर्वाचित बंगाली कल्याण समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर गांगुली के नेतृत्व में बंगाली समाज के लोगों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में उन्होंने बंगाली समुदाय के जाति प्रमाण पत्र से पूर्व पाकिस्तानी बांग्लादेशी शब्द हटाने की मांग की.
चंद्रशेखर गांगुली ने बताया कि कई वर्षों से उत्तराखंड के बंगाली समुदाय अपने जाति प्रमाण पत्र से पूर्वी पाकिस्तानी बांग्लादेशी शब्द को हटाने की मांग कर रहे हैं. जिसको लेकर हमने जिलाधिकारी रंजना राजगुरू से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा है. साथ ही जल्द से जल्द बंगाली समुदाय के जाति प्रमाण पत्र से इस शब्द हटाने की मांग की. उन्होंने आपत्ति जताई कि बंगाली समुदाय के लोगों की जाति प्रमाण पत्र पर पूर्वी पाकिस्तानी बांग्लादेशी शब्द क्यों लिखा जा रहा है? जबकि भारत के किसी अन्य राज्य के बंगाली समुदाय के जाति प्रमाण पत्र ऐसा नहीं लिखा गया है.
पढ़ें: दिल्ली में पीएम मोदी से मिलीं राज्यपाल, चमोली में राहत बचाव कार्यों की दी जानकारी
बंगाली कल्याण समिति के नवनिर्वाचित अध्यक्ष चंद्रशखर गांगुली ने कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के विभाजन के समय शरणार्थी के रूप में बंगाली समुदाय के साथ-साथ अन्य और समुदाय के लोग भारत के विभिन्न राज्यों में आकर बसे हुए थे. लेकिन उनके व अन्य राज्यों के बंगाली समुदाय के जाति प्रमाण पत्र पर इस तरह का कोई भी शब्द नहीं लिखा जाता. सिर्फ उत्तराखंड के बंगाली समुदाय के जाति प्रमाण पत्र पर ही पूर्व पाकिस्तानी बांग्लादेशी शब्द लिखा जा रहा है. जो सरासर गलत है. इसलिए जल्द से जल्द पूर्व पाकिस्तानी बांग्लादेशी शब्द अगर नहीं हटा तो वह उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे और उसकी पूरी जिम्मेदारी उत्तराखंड सरकार की होगी.