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गदरपुर में एनआरसी मुद्दे पर मची 'गदर', जनप्रतिनिधियों ने साधा सरकार पर निशाना

प्रेमानंद महाजन ने भाजपा सरकार के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि भाजपा सरकार देश में अराजकता फैला रही है. मौजूदा भाजपा सरकार बार बार इस मामले को तूल दे रही है. जिनसे क्षेत्र की जनता में असमंजस और भय का माहौल बना हुआ है.

गदरपुर में एनआरसी मुद्दे पर मची 'गदर'
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Published : Nov 11, 2019, 5:19 AM IST

गदरपुर: एनआरसी के मुद्दे को लेकर बीते रोज गदरपुर के पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन के आवास पर बैठक का आयोजन होना था. इस बैठक में हजारों की संख्या में लोगों को हिस्सा लेना था लेकिन धारा 144 लागू होने के कारण बैठक को रद्द कर दिया गया. धारा 144 लागू होने के बावजूद यहां सैकड़ों लोग पहुंचे. जिसके बाद एनआरसी और नागरिकता संशोधन बिल के मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा कर बैठक को स्थगित कर दिया गया.

गदरपुर में एनआरसी मुद्दे पर मची 'गदर'

इस दौरान पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन ने भाजपा सरकार के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि भाजपा सरकार देश में अराजकता फैला रही है. मौजूदा भाजपा सरकार बार बार इस मामले को तूल दे रही है. जिनसे क्षेत्र की जनता में असमंजस और भय का माहौल बना हुआ है. उन्होंने कहा है कि जिस तरह की परिस्थितियों से असम के लोग गुजर रहे है यहां भी वही परिस्थिति उत्पन्न हो सकती हैं इसलिए इस बैठक का आयोजन किया गया है. लेकिन धारा 144 लागू होने के कारण बैठक को स्थगित कर दिया गया है.

पढ़ें-उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस: प्रदेशभर में शहीदों को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि, अनदेखी से छलका आंदोलनकारियों का दर्द

प्रेमानंद महाजन ने कहा कि धारा 144 के खेतम होने के बाद एक और बैठक का आयोजन किया जाएगा. जिसमें विस्तार पूर्वक इस मामले पर चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बोल रहे हैं कि एनआरसी किसी हिंदू के ऊपर लागू नहीं होगा, लेकिन असम में भी एनआरसी लागू हुआ है. वहां के हिंदुओं को डिटेंशन कैम्प में डाल दिया गया है.

पढ़ें-यहां बाबरी भवन में सदियों से विराजमान हैं रामलला, ब्रह्म हत्या से मिलती है मुक्ति
वहीं इस मौके पर बोलते हुए उत्तराखंड बंगाली कल्याण समिति के अध्यक्ष तारक बछाड़ ने कहा कि हम किसी भी हालत में एनआरसी को उत्तराखंड में लागू नहीं होने देंगे. चाहे उसके लिए कितना भी बड़ा संघर्ष और आंदोलन क्यों न करना पड़े. उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल के सांसद शांतनु ठाकुर ने भी बंगालियों को झूठा आश्वासन दिया कि हम किसी भी बंगाली पर आंच नही आने देंगे.

पढ़ें- तीर्थाटन पुरोहितों को दान दिए बिना अधूरा है, पुराणों में लिखी है ये रोचक कथा

इस दौरान ममता हालदार ने कहा कि हरीश रावत ने एनआरसी के मामले में हाईकोर्ट को लिखकर दिया था कि यहां कोई भी बंगाली घुसपैठिया नहीं है. अब मौजूदा भाजपा सरकार कह रही है कि यहां बंगाली घुसपैठिया हैं. जिसके कारण यहां एनआरसी लागू होगा. जिसके बाद बंगालियों को चुन-चुन कर भगाया जाएगा.

गदरपुर: एनआरसी के मुद्दे को लेकर बीते रोज गदरपुर के पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन के आवास पर बैठक का आयोजन होना था. इस बैठक में हजारों की संख्या में लोगों को हिस्सा लेना था लेकिन धारा 144 लागू होने के कारण बैठक को रद्द कर दिया गया. धारा 144 लागू होने के बावजूद यहां सैकड़ों लोग पहुंचे. जिसके बाद एनआरसी और नागरिकता संशोधन बिल के मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा कर बैठक को स्थगित कर दिया गया.

गदरपुर में एनआरसी मुद्दे पर मची 'गदर'

इस दौरान पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन ने भाजपा सरकार के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि भाजपा सरकार देश में अराजकता फैला रही है. मौजूदा भाजपा सरकार बार बार इस मामले को तूल दे रही है. जिनसे क्षेत्र की जनता में असमंजस और भय का माहौल बना हुआ है. उन्होंने कहा है कि जिस तरह की परिस्थितियों से असम के लोग गुजर रहे है यहां भी वही परिस्थिति उत्पन्न हो सकती हैं इसलिए इस बैठक का आयोजन किया गया है. लेकिन धारा 144 लागू होने के कारण बैठक को स्थगित कर दिया गया है.

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प्रेमानंद महाजन ने कहा कि धारा 144 के खेतम होने के बाद एक और बैठक का आयोजन किया जाएगा. जिसमें विस्तार पूर्वक इस मामले पर चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बोल रहे हैं कि एनआरसी किसी हिंदू के ऊपर लागू नहीं होगा, लेकिन असम में भी एनआरसी लागू हुआ है. वहां के हिंदुओं को डिटेंशन कैम्प में डाल दिया गया है.

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वहीं इस मौके पर बोलते हुए उत्तराखंड बंगाली कल्याण समिति के अध्यक्ष तारक बछाड़ ने कहा कि हम किसी भी हालत में एनआरसी को उत्तराखंड में लागू नहीं होने देंगे. चाहे उसके लिए कितना भी बड़ा संघर्ष और आंदोलन क्यों न करना पड़े. उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल के सांसद शांतनु ठाकुर ने भी बंगालियों को झूठा आश्वासन दिया कि हम किसी भी बंगाली पर आंच नही आने देंगे.

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इस दौरान ममता हालदार ने कहा कि हरीश रावत ने एनआरसी के मामले में हाईकोर्ट को लिखकर दिया था कि यहां कोई भी बंगाली घुसपैठिया नहीं है. अब मौजूदा भाजपा सरकार कह रही है कि यहां बंगाली घुसपैठिया हैं. जिसके कारण यहां एनआरसी लागू होगा. जिसके बाद बंगालियों को चुन-चुन कर भगाया जाएगा.

Intro:एंकर - एनआरसी के मुद्दे को लेकर आज गदरपुर के पूर्व विधायक श्री प्रमोद महाजन के आवास पर एक बैठक का आयोजन किया गया इस बैठक में हजारों की संख्या में लोगों की मौजूदगी होनी थी लेकिन धारा 144 लागू होने के कारण बैठक रद्द कर दिया गया फिर भी सैकड़ो लोग उपस्थित हुएBody:एनआरसी के मुद्दे को लेकर आज गदरपुर के पूर्व विधायक श्री प्रमोद महाजन के आवास पर एक बैठक का आयोजन किया गया इस बैठक में हजारों की संख्या में लोगों की मौजूदगी होनी थी लेकिन राम मंदिर के फैसले आने के बाद धारा 144 लागू होने के कारण बैठक रद्द कर दिया गया फिर भी सैकड़ो लोग उपस्थित होकर एनआरसी को विरोध किया लेकिन बैठक ज्यादा देर तक नही चला सिर्फ एनआरसी और नागरिकता संशोधन बिल को लेकर मुख्य बिन्दुओ पर चर्चा कर बैठक को स्थगित कर दिया गया और ये फैसला लिया गया कि धारा 144 खत्म होने के बाद खुली बैठक का आयोजन किया जाएगा जिसमें हर गाँव के हर समुदाय के लोग मौजूद रहंगे
और बैठक के अंत मे यह फैसला लिया गया कि उत्तराखंड मे एनआरसी की कोई आवश्यकता नही है और इसे हम लोग लागू होने नहीं देंगे चाहे इसके लिए आंदोलन क्यों ना करना पड़े !
इस दौरान पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन ने भाजपा सरकार के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि भाजपा सरकार देश में अराजकता फैला रहे हैं मौजूदा भाजपा सरकार बार बार इस मामले को तूल दे रही है जिनसे क्षेत्र की जनता में असमंजस और भय का माहौल बना हुआ है, इस दौरान उन्होंने कहा है कि जिस तरह की परिस्थितियों से असम के लोग गुजर रहे है यहाँ भी वही परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है इसलिए इस बैठक का आयोजन किया गया लेकिन धारा 144 लागू होने के कारण बैठक को स्थगित कर दिया गया लेकिन धारा 144 खत्म होते ही फिर से बैठक का आयोजन किया जाएगा और महाजन ने कहा कि भजपा सरकार को अरे हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बोल रहे हैं कि एनआरसी लागू होगा लेकिन किसी हिंदू के ऊपर लागू नहीं होगा लेकिन असम में भी एनआरसी लागू हुआ है और वहां के हिंदुओं को डिटेंशन कैम्प में डाल दिया गया है अगर हिंदुओं के लिए एनआरसी नहीं है तो असम राज्य के हिंदुओं को डिटेंशन कैंप में क्यों डाला गया और कहा कि भाजपा के नेताओं द्वारा यहां के लोगों में भय फैलाने के लिए बार-बार एनआरसी का मुद्दा उठाते हैं !
वही उत्तराखंड बंगाली कल्याण समिति के अध्यक्ष तारक बछाड़ ने हम किसी भी हालत मे एनआरसी को उत्तराखंड में लागू नही होने देंगे, चाहे उसके लिए कितना भी बड़ा संघर्ष और आंदोलन क्यो न करना पड़े भाजपा सरकार बंगालियों को गुमराह कर रही है
अभी कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल के सांसद शांतनु ठाकुर जी भी आकर बंगालियों को झूठा आस्वासन दिया कि हम किसी भी बंगाली भाई पर आंच नही आने देंगे। लेकिन असम की स्थति के बारे में कुछ नही बताया, बी जे पी सिर्फ बंगाली समाज को अंधेरे में रख कर अपना उल्लू सीधा कर रही है !
इस दौरान ममता हालदार ने कहा कि हरीश रावत के मुख्यमंत्री रहते हुए हम एनआरसी मामले को लेकर हरीश रावत के पास गए थे उस समय मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हाईकोर्ट को लिखकर दिया था कि यहां कोई भी बंगाली घुसपैठिया नही है अब मौजूदा भाजपा सरकार के उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बोल रहे है उत्तराखंड में बंगाली घुसपैठिया है और यहाँ एनआरसी लागू होगा और एक एक बंगालियों को चुन चुन कर भगाया जाएगा हम लोग समझ ही नही पा रहे है आखिर हो क्या रहा है पहले के मुख्यमंत्री ने जब बोल दिया यहां कोई घुसपैठीया नही है अब मौजूदा मुख्यमंत्री बोल रहे है कि उत्तराखंड में बंगाली घुसपैठिया हैConclusion:वाइट - प्रेमानद महाजन पूर्व विधायक गदरपुर
वाइट - तारक बाछाड़ अध्यक्ष बंगाली कल्याण सिमिति उत्तराखंड
वाइट - ममता हालदार प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस
वाइट - किशोर हालदार
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