रुद्रपुरः एलटी और डाटा ऑपरेटर की परीक्षा में मुन्ना भाई बनकर परीक्षा देने वाले गिरोह के आखिरी सदस्य इनामी शिक्षक को रुद्रपुर कोतवाली पुलिस और एसओजी की टीम ने नवाबगंज बरेली से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है. आरोपी शिक्षक ने 2019 में एलटी और डाटा ऑपरेटर की भर्ती परीक्षा में मुन्ना भाई बनकर दूसरे परीक्षार्थी की जगह परीक्षा दी थी.
वर्ष 2019 में एलटी और डाटा ऑपरेटर की परीक्षा में फर्जीवाड़ा कर परीक्षा देने वाले गैंग के आखिरी इनामी सदस्य शिक्षक रिंकू को कोतवाली पुलिस व एसओजी की टीम ने नवाबगंज बरेली से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी शिक्षक पर पांच हजार का इनाम था. आरोपी नवाबगंज बरेली में शिक्षक है. गिरोह के 10 लोगों को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.
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पुलिस पूछताछ में आरोपी शिक्षक ने बताया कि 2019 में गिरोह के सरगना सर्वेश यादव से उसका संपर्क हुआ. उसके द्वारा 2-2 लाख रुपए मुन्ना भाई की तर्ज पर लिए गए. गिरोह के सरगना सर्वेश यादव ने शिक्षक सुरेश चौहान, विजयवीर, देवेंद्र यादव फायर कॉन्स्टेबल सहित 11 लोगों को तैयार कर 2019 में रुद्रपुर आकर अन्य लोगों के स्थान पर परीक्षा दी थी. मामले की जांच के बाद उत्तराखंड चयन आयोग द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था. अब पुलिस टीम द्वारा सभी 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
सोमवार को हुई थी एक और गिरफ्तारीः STF ने सोमवार को गाजियाबाद से विजयवीर को गिरफ्तार किया था. आरोपी विजयवीर उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग की लिखित परीक्षाओं में 'मुन्ना भाई' तैयार कर असल परीक्षार्थियों के बदले भेजता था. वर्ष 2019 में उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग द्वारा सहायक अध्यापक एलटी और कनिष्क सहायक डाटा एंट्री ऑपरेटर की लिखित प्रतियोगी परीक्षाएं जनपद उधम सिंह नगर में कराई गई थी. आयोजित परीक्षा में सुनियोजित षड्यंत्र रच विजयवीर द्वारा 22 अभ्यर्थियों की जगह अपने गिरोह के 22 'मुन्ना भाई' (अभ्यर्थियों) के माध्यम से परीक्षाएं दिलाई गई थीं. इस मामले का खुलासा होने के बाद अधीनस्थ चयन आयोग द्वारा उधम सिंह नगर के रुद्रपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था.