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रुद्रपुरः अपहृत कांग्रेसी पार्षद गाजियाबाद से बरामद, बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस

रुद्रपुर के प्रीतबिहार से कांग्रेस पार्षद अमित मिश्रा का अपहरण हो गया था, इसके बाद पुलिस ने लगातार दबिश दी. पुलिस की दबिश के बाद बदमाश कांग्रेस पार्षद को गाजियाबाद में छोड़कर फरार हो गए.

rudrapur Congress
गाजियाबाद में मिला अपहृत कांग्रेसी पार्षद
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Published : Jan 19, 2020, 5:25 PM IST

रुद्रपुर: सूबे की सरकार अपराध मुक्त प्रदेश बनाने के लाख दावे पेश करती हो, लेकिन हकीकत जमीनी हालात से कोसों दूर हैं. ताजा मामला रुद्रपुर का है, जहां 15 जनवरी को कोतवाली क्षेत्र के प्रीतबिहार से अज्ञात बदमाशों ने कांग्रेसी पार्षद अमित मिश्रा का अपहरण कर लिया था. इसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया. वहीं, पुलिस की कई टीमों ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ताबड़तोड़ दबिश दी. पुलिस दबाव में बदमाश अमित मिश्रा को गाजियाबाद में छोड़कर रफूचक्कर हो गए.

रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के प्रीतबिहार से वार्ड नं 21 के कांग्रेसी पार्षद अमित मिश्रा के अपहरण कांड के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस ने अपहृत पार्षद के लिए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में दबिश दी. पुलिस दबाव में आकर बदमाश कांग्रेसी पार्षद को गाजियाबाद में छोड़कर फरार हो गए. इसके साथ ही पुलिस ने दावा किया है कि पार्षद को छोड़ने के एवज में किसी भी तरह की फिरौती बदमाशों को नहीं दी गई. पार्षद को छुड़ाने के लिए गाजियाबाद पुलिस की भी मदद ली गई थी.

गाजियाबाद में मिला अपहृत कांग्रेसी पार्षद

पुलिस के अनुसार, 15 जनवरी को पार्षद को बदमाश एक कार में बैठाकर अपने साथ रामपुर होते हुए गाजियाबाद ले गए थे, जिसके बाद बदमाशों ने पार्षद के परिवारजनों से 20 लाख रुपये की फिरौती कि मांग की थी. घटना की जैसे ही जानकारी पुलिस को मिली तो जिले के 40 अधिकारियों और जवानों को घटना के खुलासे के लिए लगाया गया. इस दौरान पुलिस को बदमाशों की लोकेशन गाजियाबाद में मिली, जिसके बाद पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस की मदद से सभी रास्तों में नाकाबंदी कर दी.

ये भी पढ़ें: देहरादून: अवैध हुक्का बार में खाद्य विभाग की छापेमारी, संचालकों में मचा हड़कंप

पुलिस की लगातार दबिश के कारण बदमाश पार्षद को एक अनजान सड़क पर छोड़कर चले गए, जिसके बाद पार्षद अमित मिश्रा द्वारा एक कैब चालक के फोन से अपने मित्र को जानकारी दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने पार्षद अमित मिश्रा को उस स्थान से सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस ने दावा किया है कि इस दौरान अपहरणकर्ताओं को किसी भी तरह की फिरौती नहीं दी गई है, जो रकम 10 लाख रुपये परिवारजनों द्वारा ले जाया गया था, उससे भी पुलिस ने बरामद कर कब्जे में ले लिया है.

वहीं, एसएसपी बरिंदर जीत सिंह ने बताया कि पार्षद के अपहरण के बाद पुलिस के दबाव में बदमाशों द्वारा पार्षद को कल देर रात गाजियाबाद के एक अनजान जगह छोड़ पर दिया गया. घटना की जांच की जा रही है, अभी तक बदमाशों के गैंग का पता नहीं लग पाया है. मामले में लोकल व्यक्ति के होने की संभावना बनी हुई है. पूरे मामले की जांच की जा रही है. जल्द ही बदमाशों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

रुद्रपुर: सूबे की सरकार अपराध मुक्त प्रदेश बनाने के लाख दावे पेश करती हो, लेकिन हकीकत जमीनी हालात से कोसों दूर हैं. ताजा मामला रुद्रपुर का है, जहां 15 जनवरी को कोतवाली क्षेत्र के प्रीतबिहार से अज्ञात बदमाशों ने कांग्रेसी पार्षद अमित मिश्रा का अपहरण कर लिया था. इसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया. वहीं, पुलिस की कई टीमों ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ताबड़तोड़ दबिश दी. पुलिस दबाव में बदमाश अमित मिश्रा को गाजियाबाद में छोड़कर रफूचक्कर हो गए.

रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के प्रीतबिहार से वार्ड नं 21 के कांग्रेसी पार्षद अमित मिश्रा के अपहरण कांड के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस ने अपहृत पार्षद के लिए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में दबिश दी. पुलिस दबाव में आकर बदमाश कांग्रेसी पार्षद को गाजियाबाद में छोड़कर फरार हो गए. इसके साथ ही पुलिस ने दावा किया है कि पार्षद को छोड़ने के एवज में किसी भी तरह की फिरौती बदमाशों को नहीं दी गई. पार्षद को छुड़ाने के लिए गाजियाबाद पुलिस की भी मदद ली गई थी.

गाजियाबाद में मिला अपहृत कांग्रेसी पार्षद

पुलिस के अनुसार, 15 जनवरी को पार्षद को बदमाश एक कार में बैठाकर अपने साथ रामपुर होते हुए गाजियाबाद ले गए थे, जिसके बाद बदमाशों ने पार्षद के परिवारजनों से 20 लाख रुपये की फिरौती कि मांग की थी. घटना की जैसे ही जानकारी पुलिस को मिली तो जिले के 40 अधिकारियों और जवानों को घटना के खुलासे के लिए लगाया गया. इस दौरान पुलिस को बदमाशों की लोकेशन गाजियाबाद में मिली, जिसके बाद पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस की मदद से सभी रास्तों में नाकाबंदी कर दी.

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पुलिस की लगातार दबिश के कारण बदमाश पार्षद को एक अनजान सड़क पर छोड़कर चले गए, जिसके बाद पार्षद अमित मिश्रा द्वारा एक कैब चालक के फोन से अपने मित्र को जानकारी दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने पार्षद अमित मिश्रा को उस स्थान से सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस ने दावा किया है कि इस दौरान अपहरणकर्ताओं को किसी भी तरह की फिरौती नहीं दी गई है, जो रकम 10 लाख रुपये परिवारजनों द्वारा ले जाया गया था, उससे भी पुलिस ने बरामद कर कब्जे में ले लिया है.

वहीं, एसएसपी बरिंदर जीत सिंह ने बताया कि पार्षद के अपहरण के बाद पुलिस के दबाव में बदमाशों द्वारा पार्षद को कल देर रात गाजियाबाद के एक अनजान जगह छोड़ पर दिया गया. घटना की जांच की जा रही है, अभी तक बदमाशों के गैंग का पता नहीं लग पाया है. मामले में लोकल व्यक्ति के होने की संभावना बनी हुई है. पूरे मामले की जांच की जा रही है. जल्द ही बदमाशों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

Intro:Summry - 15 जनवरी को कांग्रेसी पार्षद अमित मिश्रा का अज्ञात बदमाशों द्वारा अपहरण कर लिया था जिसके बाद से ही पुलिस की कई टीमें उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ताबड़तोड़ दबिश दे रही थी जिसके बाद कल पुलिस दबाव में बदमाशों ने अमित मिश्रा को गाजियाबाद मैं छोड़ रफूचक्कर हो गए।

एंकर - रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के प्रीत विहार से कांग्रेसी पार्षद के अपहरण कांड का आज पुलिस नहीं खुलासा किया है पुलिस ने अपहरण हुए पार्षद को गाजियाबाद से बरामद किया है साथ ही पुलिस ने दावा किया है कि पार्षद को छोड़ने के एवज में किसी भी तरह की फिरौती बदमाशों को नहीं दी गई है पार्षद को छुड़ाने के लिए गाजियाबाद पुलिस की भी मदद ली गई थी।

Body:वीओ - रूद्रपुर नगर निगम में वार्ड 21 से कांग्रेसी पार्षद अमित मिश्रा का प्रितबिहार से 15 जनवरी को अज्ञात बदमासो ने अपहरण कर लिया था। मामले में अमित की माँ द्वारा कोतवाली पुलिस को अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद से ही जिले के कप्तान बरिंदर जीत सिंह ने जिले के क़ई थानों की टीम व एसओजी को पार्षद की बरामदगी के लिए लगाया गया था। कल देर रात जिले की पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस की मदद से अपहरण हुए अमित मिश्रा को गाजियाबाद से बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक 15 जनवरी को पार्षद को बदमास एक कार में बैठा कर अपने साथ रामपुर होते हुए गाजियाबाद ले गए थे। जिसके बाद बदमासो द्वारा पार्षद के परिवार जनों को 20 लाख रुपये की डिमांड की थी घटना की जैसे ही जानकारी पुलिस को मिली तो जिले के 40 अधिकारियों और कर्मचारियों को घटना के खुलासे के लिए लगाया गया। इस दौरान पुलिस को बदमासो की लोकेशन गाजियाबाद में मिली जिसके बाद पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस की मदद से सभी रास्तों में नाकेबंदी की गई। जिसके दबाव में बदमास पार्षद को एक अनजान सड़क में छोड़ गए जिसके बाद पार्षद अमित मिश्रा द्वारा एक कैब चालक के फोन से अपने मित्र को जानकारी दी गयी। मौके पर पहुची पुलिस ने पार्षद अमित मिश्रा को उस स्थान से सकुशल बरामद किया गया। पुलिस ने दावा किया है कि इस दौरान अपहरणकर्ताओं को किसी भी तरह की फिरौती नही दी गयी है। जो रकम 10 लाख रुपये परिवारजनों द्वारा ले जाया गया था उससे भी पुलिस ने बरामद कर कब्जे में ले लिया है।
वही एसएसपी बरिंदर जीत सिंह ने बताया कि पार्षद के अपहरण के बाद पुलिस के दबाव में बदमासो द्वारा पार्षद को कल देर रात गाजियाबाद के एक अनजान जगह छोड़ दिया था। जिसके बाद पुलिस टीम द्वारा पार्षद को उस स्थान से बरामद किया गया। घटना की जांच की जा रही है अभी तक बदमासो के गैंग का पता नही लग पाया है साथ ही लोकल व्यक्ति के होने की संभावना बनी हुई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही बदमासो को भी दबोचा जाएगा।

बाइट - बरिंदर जीत सिंह, एसएसपी। Conclusion:
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